नई दिल्ली,(द दस्तक 24 न्यूज़) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लोकनिष्ठ नेतृत्व में भारत सरकार का प्रत्येक वर्ष 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय अभिनंदनीय है। 25 जून, 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी ने हमारे महान संविधान का गला घोंटते हुए देश पर ‘आपातकाल’ थोप कर भारतीय लोकतंत्र की हत्या का कुप्रयास किया था। असंख्य सत्याग्रहियों के बलिदानों के पश्चात देश में लोकतंत्र पुनर्स्थापित हुआ, किंतु आज भी आपातकाल की भयावह स्मृतियां हमारे लोकतंत्र के माथे पर कलंक के समान विद्यमान हैं। कांग्रेस जैसे अधिनायकवादी, तानाशाही दलों की संविधान और लोकतंत्र विरोधी कुचेष्टाओं तथा षड्यंत्रों के प्रति हर भारतीय को सजग और सचेत रखने का प्रयास ‘संविधान हत्या दिवस’ भारतीय लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करेगा। निश्चित ही यह दिवस हर नागरिक के मन में लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति सम्मान व विश्वास की लौ को सदैव प्रज्वलित रखेगा।