योग गुरु बाबा रामदेव के दो टीवी चैनल अगर नेपाल में बिना मंजूरी हासिल किए या आवश्यक प्रक्रिया का पालन किए संचालित हुए तो सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को यह चेतावनी दी।नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा और कम्युनिस्ट पार्टी आफ नेपाल-माओवादी सेंटर के चेयरमैन पुष्प कमल दहल (प्रचंड) ने शुक्रवार को रामदेव और उनके करीबी सहयोगी आचार्य बालकृष्ण की उपस्थिति में संयुक्त रूप से आस्था नेपाल और पतंजलि नेपाल चैनलों को लांच किया था।
हालांकि नेपाल के सूचना एवं प्रसारण विभाग के महानिदेशक गोगन बहादुर हमल ने कहा कि कि दोनों चैनलों ने पंजीकरण के लिए आवेदन नहीं किया है और न ही किसी कानूनी प्रक्रिया का पालन किया है। वहीं, पतंजलि योगपीठ ने कहा कि उसने कंपनी रजिस्ट्रार कार्यालय से सत्यापन प्रक्रिया पूरी कर ली है और अन्य मंजूरियों के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है।
मामले पर टिप्पणी करते हुए पतंजलि के प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने कहा कि आस्था टीवी के पास नेपाल में डाउनलिंकिंग के लिए एक उचित लाइसेंस है, जो 2024 तक वैध है। उन्होंने कहा कि 19 दिसंबर के बाद निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार पूर्ण प्रसारण शुरू होगा। उन्होंने कहा कि नेपाल सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने पहले ही इस तथ्य को स्वीकार कर लिया है कि दो चैनलों – आस्था नेपाल टीवी और पतंजलि नेपाल टीवी का यह उद्घाटन नियमों का पालन करते हुए हुआ है। इस बीच फेडरेशन स्थानीय पत्रकारों के एक छत्र संगठन नेपाली पत्रकारों के एक बयान में कहा गया है कि देश का कानून मीडिया में विदेशी निवेश को रोकता है और पतंजलि समूह द्वारा टेलीविजन चैनलों को लांच करना कानून का उल्लंघन है।