नेपाल के नए नक्शे का विरोध करने वाली समाजवादी पार्टी की सांसद (Member of parliament) सरिता गिरी को नेपाल सरकार (Government) ने पद से हटा दिया है. उन्होंने नेपाल के नए नक्शे का विरोध कर भारत के प्रति समर्थन जताया था. भारत के पक्ष में बोलने वाली वह एकमात्र सांसद (Member of parliament) थी. नेपाल के संघीय संसद सचिवालय ने इसकी अधिसूचना जारी की है.
रिपोर्ट के अनुसार, सभाप्रमुख अग्नि प्रसाद सापकोटा ने समाजवादी पार्टी की ओर से प्राप्त पत्र के आधार पर यह निर्णय लिया है. सरिता को सांसद (Member of parliament) पद से हटाने के लिए नेपाल के संविधान की धारा 89 के तहत कार्रवाई की गई है. उनको पदच्युत किए जाने का कारण पार्टी व्हिप का उल्लंंघन करना माना जा रहा है. राजनैतिक जानकारों के अनुसार नेपाल में ओली सरकार (Government) की ओर से जो नया राजनीतिक नक्शा प्रकाशित किया गया था, जिसमें नेपाल ने भारत के कुछ हिस्सों को अपने नक्शे में शामिल कर लिया, उसके विरोध में सरिता गिरी ने पार्टी व्हिप का उल्लंघन करते हुए मतदान करने की कोशिश की थी और संसद का बहिष्कार भी किया था.
उन्होंने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) के आदेश का हवाला भी दिया था. सांसद (Member of parliament) सरिता का मानना है कि सरकार (Government) के पास इनका कोई ठोस आधार है ही नहीं, जो सुप्रीम कोर्अ के आदेश के खिलाफ है. हालांकि, उनकी बात को स्पीकर ने खारिज कर दिया था. उल्लेखनीय है कि नेपाल ने चीन के बहकावे में आकर नया नक्शा जारी किया और इसे संसद में बिना किसी रुकावट के पास करा लिया था. हालांकि, इसके बाद ओली सरकार (Government) का जमकर विरोध हुआ और उनकी सरकार (Government) खतरे में आ गई है. ओली के इस्तीफे पर एक सप्ताह बाद फैसला होने खबरें है.