राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को कहा कि मेघालय के शिलांग में स्थित नॉर्थ ईस्टर्न हिल विश्वविद्यालय (एनईएचयू) एक अग्रणी शिक्षण केंद्र के रूप में उभरा है। कोविंद ने एनईएचयू के 26वें दीक्षांत समारोह में कहा कि सभी प्रमुख विषयों में उच्चतर शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ यह विश्वविद्यालय इस क्षेत्र के विकास पर भी विशेष जोर दे रहा है, जहां जनजातीय समुदाय की अच्छी उपस्थिति है।
कोविंद ने कहा कि “एनईएचयू जैसे उच्च शैक्षिक संस्थान सामाजिक और आर्थिक सुधार के संदर्भ में महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। मानव विकास सूचकांकों में मेघालय के दर्जे को बेहतर बनाने में एनईएचयू मददगार साबित हो सकता है।”
राष्ट्रपति ने कहा कि “मेघालय की 80 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या खेती पर निर्भर है। कृषि उत्पादकता में सुधार लाने में मदद करके, एनईएचयू मेघालय और पूर्वोत्तर क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में एक उत्प्रेरक की भूमिका निभा सकता है। एनईएचयू के ‘ग्रामीण विकास एवं कृषि उत्पादन’, ‘कृषि व्यवसाय और खाद्य प्रौद्योगिकी’ और ‘उद्यान’ विभागों के शिक्षक और छात्र किसानों की आय बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।”
राष्ट्रपति ने छात्रों को बताया कि वे एक ऐसे विश्व में प्रवेश कर रहे हैं, जहां काफी अवसर और चुनौतियां हैं। उन्होंने कहा कि उच्चतर शिक्षा एक ऐसा विशेषाधिकार है, जो हमारे देश में काफी लोगों के लिए उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि वे इससे वंचित नागरिकों की स्थिति में सुधार लाने में मदद करें। उन्होंने यह भी कहा कि चाहे जिस रूप में भी हो समाज के लिए वे अपना फर्ज निभाएं।