भारतीय महिला हॉकी टीम की मिडफील्डर नेहा गोयल ने कहा है कि टोक्यो ओलंपिक में प्रेरणादायी प्रदर्शन से उनकी टीम की मानसिकता बदल गई है और खिलाड़ियों में आत्मविश्वास आया है। भारतीय टीम ओलंपिक में अपना पहला पदक जीतने से चूक गई लेकिन टोक्यो खेलों में चौथे स्थान पर रहते हुए खेलों के महाकुंभ इतिहास का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। नेहा ने कहा, ‘टोक्यो ओलंपिक में हमारे प्रदर्शन से हमारी मानसिकता बदली और हमें दुनिया की किसी भी टीम से भिड़ने का आत्मविश्वास मिला।
क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत से हमारी मानसिकता बदली।’ उन्होंने कहा, ‘उस मैच से पहले ऑस्ट्रेलिया अपने सभी मैच जीतकर पूल में शीर्ष पर रहा था। उन्हें हराने से काफी आत्मविश्वास मिला जो आगे बढ़ते हुए हमारे साथ रहेगा जब हम भविष्य में महत्वपूर्ण टूर्नामेंटों में खेलने की तैयारी करेंगे।’
टोक्यो खेलों के साथ ओलंपिक में पदार्पण करने वाली नेहा के लिए ओलंपिक में हिस्सा लेना कॅरिअर की बड़ी उपलब्धि थी। नेहा ने कहा, ‘ओलंपिक से पहले अर्जेंटीना और जर्मनी के दौरे से भी मेरा मनोबल बढ़ा था। मेरा मानना है जिसके चलते हम कुछ अच्छी टीमोैं को टक्कर दे पाए।