एक तरफ महिला रेसलर विनेश फोगाट पर कुश्ती फेडरेशन ने प्रतिबंध लगाया है, वहीं दूसरी ओर भारत के जैवलिंन किंग बन चुके नीरज चोपड़ा ने उनके लिए महत्वपूर्ण ट्वीट किया है. नीरज चोपड़ा ने ट्वीट कर कहा है कि हर खिलाड़ी अपने देश के तिरंगे को ऊंचा करने के मकसद से फील्ड पर उतरता है. साथ ही उन्होंने विनेश फोगाल के बारे में कहा कि वह हमारे देश के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं. हम सभी को उनका समर्थन करना चाहिए. नीरज चोपड़ा के ट्वीट करने के बाद कई लोगों ने सोशल मीडिया पर ही उनकी बात का समर्थन किया है. गौरतलब है कि नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में जैवलिन में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया लेकिन विनेश फोगाट रेसलिंग में अपने लीग मुकाबलों में हार गई थीं. कमाल की बात है भी है कि जब भारत से ओलंपिक दल टोक्यो गया था, तब जिन खिलाड़ियों से पदक की सबसे ज्यादा उम्मीद थी विनेश फोगाट उनमें से एक थीं. वहीं, ओलंपिक दल में नीरज चोपड़ा उतना जाना-पहचाना नाम नहीं था लेकिन ओलंपिक खेलों के अंतिम दिन नीरज चोपड़ा ने जैवलिन में भारत को स्वर्ण पदक दिलाकर तस्वीर बदल दी.
वहीं, ओलंपिक के बाद विनेश फोगाट के लिए मुश्किल बढ़ती जा रही हैं. ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल में हार के बाद निराश तो थी हीं, बाद में उन पर ओलंपिक में हंगामा करने का भी आरोप लगा. भारतीय कुश्ती महासंघ के अनुसार उन्होंने अपनी साथी खिलाड़ियों संग रहने से मना कर दिया था. इसके अलावा यह भी आरोप है कि उन्होंने अपनी भारतीय दल के आधिकारिक प्रायोजक की बजाय निजी प्रायोजक के नाम का सिंगलेट पहना था. इस कारण डब्लयूएफआई (भारतीय कुश्ती महासंघ) ने उन्हें निलंबित कर दिया था. तभी से विनेश फोगाट के समर्थन विरोध में सोशल मीडिया पर तमाम स्वर उठ रहे हैं. कई लोग विनेश फोगाट को गलत बता रहे हैं तो कुछ लोग उनकी कोई गलती मानने को तैयार नहीं हैं.
वहीं, इस बारे में विनेश का कहना है कि वह विदेश से प्रैक्टिस करके टोक्यो पहुंची थीं, जबकि अन्य खिलाड़ी सीधे भारत से आए थे. ऐसे में उन्हें संक्रमण का डर था. इसीलिए उन्होंने साथ रहने से मना किया था. साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि विनेश ने डब्ल्यूएफआई को लिखित जवाब भेजा है माफी मांगी है. हालांकि इस विवाद के बीच नीरज चोपड़ा के समर्थन से उन्हें थोड़ी बहुत मानसिक राहत तो मिल ही जाएगी लेकिन यह विवाद कहां तक खिंचेगा विनेश फोगाट के करियर पर कहां तक असर डालेगा यह अभी कह पाना मुश्किल है.