41 बार के चैंपियन मुम्बई ने पहले खिताब की तलाश में लगे मध्य प्रदेश के खिलाफ रणजी ट्रॉफी के फाइनल में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है। आदित्य श्रीवास्तव के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश की टीम खिताबी मुकाबले में एक बदलाव के साथ उतरी है।
मुंबई के सलामी बल्लेबाजी यशस्वी जायसवाल और कप्तान पृथ्वी शॉ ने टीम को दमदार शुरुआत दिलाई है। मुंबई की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 10 ओवर में बिना विकेट खोए 37 रन बना लिए हैं।
पृथ्वी शॉ और यशस्वी जायसवाल पारी की शुरुआत करने के लिए उतरे हैं। जायसवाल काफी शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश के खिलाफ सेमीफाइनल की दोनों पारियों में शतकीय पारी खेली थी।
पृथ्वी शॉ (मुंबई कप्तान)- हम पहले बल्लेबाजी करेंगे। यह एक अच्छा विकेट लगता है और मैंने यहां लाल गेंद वाली क्रिकेट खेली है, डेढ़ घंटे की बात है, फिर बल्लेबाजी करना बेहतर होगा। हम क्वार्टर और सेमीफाइनल वाली टीम के साथ ही खेलने उतरे हैं। हर कोई अच्छा काम कर रहा है, युवा भी अच्छा कर रहे हैं। रन बनाना और विकेट लेना। 5-6 साल पहले मैं गुजरात के खिलाफ फाइनल खेल रहा था, फाइनल में मुंबई की कप्तानी करना बहुत अच्छा और गर्व की बात है।
आदित्य श्रीवास्तव (मध्यप्रदेश कप्तान) – हम पहले बल्लेबाजी करना चाहते थे। यह पांच दिन का खेल है और हम उन्हें सस्ते में आउट करने की कोशिश करेंगे। इमोशन जरूर ज्यादा है, लेकिन काम अभी पूरा नहीं हुआ है। टीम में एक बदलाव है। यह काफी संतुलित टीम है। हम एक टीम के रूप में काफी अच्छा कर रहे हैं और आश्वस्त हैं।
पृथ्वी शॉ (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, अरमान जाफर, सुवेद पारकर, सरफराज खान, हार्दिक तमोर (विकेटकीपर), शम्स मुलानी, तनुश कोटियन, धवल कुलकर्णी, तुषार देशपांडे, मोहित अवस्थीमध्य प्रदेश : यश दुबे, हिमांशु मंत्री (विकेटकीपर), शुभम एस शर्मा, रजत पाटीदार, आदित्य श्रीवास्तव (कप्तान), अक्षत रघुवंशी, पार्थ साहनी, सारांश जैन, कुमार कार्तिकेय, अनुभव अग्रवाल, गौरव यादव,
मुंबई के पास हमेशा जबरदस्त बल्लेबाजी क्रम रहा है जो विपक्षी टीम को परेशान कर सकता है लेकिन इस बार उसके दो स्पिनरों बाएं हाथ के स्पिनर शम्स मुलानी (37 विकेट और 292 रन) और ऑफ स्पिनर तनुश कोटियन (18 विकेट और 236 रन) ने गेंदबाजी ही नहीं बल्लेबाजी में भी अच्छा प्रदर्शन किया है। मध्य प्रदेश हालांकि हाल के दिनों में सबसे बेहतर टीम में से एक रही है और पंडित की देखरेख में अनुशासित प्रदर्शन से ही रणजी ट्राफी जैसे टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंच पायी है।
बल्लेबाजी में वेंकटेश अय्यर और गेंदबाजी में तेज गेंदबाज आवेश खान की अनुपस्थिति में कुमार कार्तिकेय, हिमांशु मंत्री और अक्षत रघुवंशी जैसे खिलाड़ियों ने अपनी भूमिका बखूबी निभाई। मुंबई को इनके अलावा सबसे अधिक रजत पाटीदार से सतर्क रहना होगा जो अपनी बल्लेबाजी से मैच का रुख पलटने में सक्षम हैं। मध्य प्रदेश के पास कार्तिकेय और सारांश जैन के रूप में दो अच्छे स्पिनर हैं जो मुंबई की मजबूत बल्लेबाजी के लिये परेशानी खड़ी कर सकते हैं।