लखनऊ में मंगलवार शाम हुए बिल्डिंग हादसे में सास-बहू की मौत हो गई। 19 घंटे से जारी रेस्क्यू ऑपरेशन में अब तक 14 लोगों को निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस 5 मंजिला बिल्डिंग के मलबे में 15 से ज्यादा लोग दबे थे। उन्होंने खुद अपने परिवार को फोन लगाकर बचा लेने की गुहार लगाई।
हादसा मंगलवार शाम करीब 6:30 बजे हुआ। DGP डीएस चौहान के अनुसार जो लोग बिल्डिंग के बेसमेंट में फंसे हैं। उनको लगातार ऑक्सीजन देने का प्रयास हो रहा है। इनसे फोन पर भी बात की गई है। मरने वाली महिलाओं में पूर्व कांग्रेस नेता जीशान हैदर की मां और भाई की पत्नी शामिल हैं।
अलाया अपार्टमेंट के बेसमेंट में मंगलवार को खुदाई चल रही थी, तभी यह इमारत ढह गई। पुलिस ने पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश को हिरासत में लिया है। बिल्डिंग उन्हीं की है। अलाया अपार्टमेंट करीब 15 साल पहले बना था। इसमें 30-35 परिवार रह रहे थे। इस इमारत को बनाने के समय न सेटबैक छोड़ा गया और न जरूरी संपर्क मार्ग। LDA के सूत्रों की मानें तो अभी तक बिल्डिंग का कोई नक्शा सामने नहीं आया है
एलियंस इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि बिल्डिंग का नक्शा बिल्कुल भी पास नहीं था। 2 अगस्त 2010 को इसे गिराने का आदेश भी जारी हो चुका था।
12 साल, 5 महीने से इस आदेश को दबाए बैठे थे एलडीए के अधिकारी।
एक आदमी के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। ड्रिल का काम रोक दिया गया है। अब मलबा हटाने का काम चल रहा है।
तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। इस कमेटी में लखनऊ के आयुक्त रोशन जैकब, संयुक्त पुलिस आयुक्त लखनऊ पीयूष मोर्डिया और चीफ इंजीनियर PWD लखनऊ को शामिल किया गया है। यह कमेटी एक सप्ताह में रिपोर्ट सरकार को देगी।
अगल-बगल के भवनों की जांच कराई जा रही है। उनको अगर कोई नुकसान हुआ होगा तो एहतियात के तौर पर उसको खाली कराया जाएगा।
अलाया अपार्टमेंट के आसपास की बिल्डिंग खाली कराई जाएगी। इसको लेकर अभियान तेज कर दिया गया है। LDA और नगर निगम इसको लेकर संयुक्त अभियान चलाएगा।