दिवाली की आतिशबाजी में कई जल भी गए। पटाखे से जलकर लखनऊ में बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए। इस दौरान अस्पतालों में डॉक्टर मुस्तैद दिखे और मरीजों की लगातार आमद रही।
KGMU के अलावा बलरामपुर, सिविल और लोकबंधु अस्पताल में बर्न इंजरी के अलावा भी कई घायल मरीज अस्पताल पहुंचे। इस दौरान बलरामपुर अस्पताल में एक मरीज हार्ट अटैक का भी मरीज पहुंचा। ट्रॉमा सेंटर पहुंचे 321 मरीज
KGMU ट्रॉमा सेंटर प्रभारी डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि दिवाली के दिन कुल 321 मरीज अस्पताल पहुंचे।इनमें से 27 बर्न पेशेंट रहे। राहत की बात ये रही कि कोई भी मरीज बेहद गंभीर हालत में नही आया।
वही हाई प्रोफाइल इलाके में बने डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में भी 221 पटाखों से जले मरीज अस्पताल पहुंचे। सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ.राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि रविवार शाम से सोमवार सुबह तक कुल 221 मरीज इमरजेंसी पहुंचे। इनमें से 3 गंभीर मरीजों को हायर सेंटर भी रिफर किया हैं। इसके अलावा 30 मरीज माइनर इंजरी के भी रहे।
डॉ. राजनारायण लोकबंधु संयुक्त अस्पताल के निदेशक डॉ. नीलांबर श्रीवास्तव ने बताया कि दिवाली के दिन 154 मरीज अस्पताल पहुंचे। इनमें 15 मरीजों को एडमिट किया गया। कुल पटाखों से जलने वाले मरीजों की संख्या 41 रही।
बलरामपुर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.अतुल मेहरोत्रा ने बताया कि दिवाली की शाम से सुबह अगले दिन सुबह तक कुल 333 मरीज अस्पताल पहुंचे। इस दौरान 54 मरीजों को एडमिट भी करना पड़ा था। इनमें से 38 मरीज इंजरी के रहे। 25 मरीज पटाखों से घायल होकर अस्पताल में पहुंचे।