तृणमूल लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा ने बिलकिस बानो बलात्कारियों के अपने गांवों में लौटने की खबरों के बीच केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है। अपने एक ट्वीट में मोइत्रा ने कहा कि मोदी-शाह की सरकार में जानवरों को खुले में छोड़ दिया गया है। महुआ ने बिलकिस केस के एक दोषी के उस बयान का भी जिक्र किया जिसमें उसने कहा था कि हिन्दू रेप नहीं करते।
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा उन याचिकाकर्ताओं में से एक हैं जो 11 दोषियों की रिहाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गई थीं। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान गुजरात सरकार ने बताया था कि बिलकिस बानो रेप केस के दोषियों की रिहाई का आदेश केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से आया था। बता दें कि छूट के खिलाफ याचिका पर 29 नवंबर को सुनवाई होगी। इस बीच शीर्ष अदालत ने छूट के खिलाफ एक महिला संगठन की याचिका पर सुनवाई के लिए हामी भर दी है।
गौरतलब है कि 15 अगस्त को बिलकिस बानो के बलात्कारियों की रिहाई ने राष्ट्रीय आक्रोश पैदा कर दिया था। गुजरात सरकार ने दोषियों के अच्छे व्यवहार का हवाला देते हुए 11 की जल्द रिहाई के आदेश जारी किए थे। रोचक तथ्य यह भी है कि इन 11 दोषियों ने 998 से 1576 दिन पैरोल पर बाहर भी गुजारे थे। दोषियों में से एक मितेश चमनलाल भट्ट पर महिला के साथ अभद्र व्यवहार के आरोप में मुकदमा भी दर्ज है। यह घटना उस वक्त की है जब वह पैरोल पर था।
बिलकिस बानो रेप केस के दोषियों के रिहाई के बाद गांव लौटने की रिपोर्ट के बीच टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्वीट करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, “हम निर्दोष हैं। क्या आपने चाचा-भतीजे को एक-दूसरे के सामने बलात्कार करते देखा है? क्या हिंदू समुदाय में ऐसा होता है? नहीं, हिंदू ऐसा नहीं करते हैं, ये कहना है बिलकिस के दोषी बलात्कारी गोविंद नाई का। मोदी-शाह की सरकार ने इस जानवर को बाहर ला दिया है।”