पहली मोहर्रम के दिन निकलने वाले शाही जरी के जुलूस को लेकर पुराने लखनऊ के 15 रूट पर यातायात का डायवर्जन किया गया है। यह डायवर्जन शाम 6 बजे से जुलूस समाप्ति तक लागू रहेगा। इसके चलते पक्कापुल चौराहे से बड़ा इमामबाड़ा, रूमी गेट चौराहा, घंटा घर तिराहा से छोटा इमामबाड़ा तक वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद रहेगी।
दूसरी तरफ मोहर्रम के जुलूस के लिए सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। जुलूस रूट के साथ पुराने लखनऊ को 49 जोन और 106 सेक्टर में बांटा गया है। जिसकी ड्रोन से निगरानी के साथ ही पुलिस-पीएसी के जवान लगातार निगरानी करेंगे।
सीतापुर से वाहन डालीगंज रेलवे क्रासिंग से बड़ा इमामबाड़ा की ओर नहीं जा सकेंगे। ये वाहन डालीगंज रेलवे क्रासिंग ओवरब्रिज से चौराहा नंबर 08, आईटी होते हुए जा सकेंगे।
हरदोई रोड से कोनेश्वर चौराहे से नहीं जा सकेंगे। ये वाहन चौक, मेडिकल क्रास कमला नेहरू होकर जा सकेंगे।
नीबू पार्क फ्लाईओवर से उतरने वाले वाहन रूमी गेट की तरफ नहीं जा सकेंगे। ये वाहन चौक चौराहा, ठाकुरगंज होकर या चरक चैराहा होकर जा सकेंगे।
मेडिकल क्रास चौराहा से कोई वाहन नींबू पार्क की ओर न जाकर मेडिकल कॉलेज चौराहा या चौक कोनेश्वर होकर से जा सकेंगे।
पांच ड्रोन से निगरानी, एटीएस कमांडो की एक टुकड़ी रहेगी साथ
जेसीपी कानून एवं व्यवस्था उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि मोहर्रम के दौरान एक डीसीपी, 15 एडीसीपी, 43 एसीपी, 73 इंस्पेक्टर, 352 दरोगा, 26 महिला दरोगा, 1142 सिपाही, 143 महिला सिपाही, जुलूस के रूट पर 112 की 28 बाइक सवार पुलिसकर्मी, 10 घुड़सवार पुलिस, 35 क्लस्टर मोबाइल, 12 क्यूआरटी, 11 कंपनी पीएसी और 2 कंपनी आरएएफ की तैनाती की गई है। इसके साथ ही एटीएस कमांडो की एक टीम भी जुलूस मार्ग पर तैनात की गई है। 116 हॉटस्पॉट भी बनाए गए हैं।
शाही जरी का जुलूस रुमी गेट से छोटे इमामबाड़े तक निकाला जाता है। इस रास्ते पर सुरक्षा व्यवस्था जांचने के लिए बुधवार शाम को रुट मार्च किया गया। डीसीपी पश्चिम राहुल राज, एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा, एसीपी चौक, इंस्पेक्टर चौक, इंस्पेक्टर ठाकुरगंज के साथ पीएसी की टुकड़ी ने मार्च किया।