इस वक्त इंसान के पास हद से ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण हैं जो इसके काम को आसान बनाता है। तकनीक ने हमारे कई जटिल कामों को सरल बना दिया है। इनकी मदद से हमारी जिंदगी काफी सुखमय हो गई है। इसी तरह से देखे तो स्मार्टफोन हमारे जीवन का सबसे अहम हिस्सा बन गया है। लेकिन इसके लिए कई तरह के झमेलों को भी पूरा करना होता है जिस तरह से इंसान को किसी काम के लिए ऊर्जा की जरूरत होती है उसी तरह से स्मार्टफोन को भी काम करने के लिए उसको चार्ज करना पड़ाता है। इसको जितना उपयोग में लोगे उसके इतनी ही बार चार्ज करनेन की जरूरत भी होती है। और इसका काम करती है बैट्री।
अगर आप गलती से भी मोबाइल चार्ज करना भूल गए तो समझिए आपका आधे से ज्यादा काम तो वही पर ठप्प हो जाता है। इसलिए कभी आपने ये सोचा होगा कि फोन को कभी चार्ज ही नहीं करना पड़े तो कैसे होगा। तो आपने सोचा और वैज्ञानिकों ने वो चीज़ आपके सामने भी रख दि जी हां फोन को रोजाना के बजाए महीने में एक बार या तीन महीने में एक बार ही चार्ज करना पड़े तो आपको कैसा लगेगा? आपको खुशी के मारे फुली नहीं समा रहें है। बता दे कि ये कोई मजाक नहीं है ये सच है वैज्ञानिकों ने ऐसी तकनीक खोज ली है, जिसकी मदद से तीन महीने में सिर्फ एक बार ही फोन चार्ज करना पड़ेगा। जानकारी दे दे कि ये अनोखा शोध मिशिगन और कॉर्नेल विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने किया हैं।
उन्होंने एक ऐसा पदार्थ खोज लिया हैं, जो मोबाइल के प्रोसेसर को 100 गुना कम ऊर्जा का उपयोग करने के लिए सक्षम बना देता है। बता दे कि यह तकनीक असल में मैग्नेटोइलेक्ट्रिक मल्टीफेरिक पदार्थ पर आधारित है। वैज्ञानिकों के अनुसार इस खास तरह के चुंबकीय पदार्थ में परमाणुओं की अनेकों पतली परतों का निर्माण हो जाता हैं और ये परतें आपस में मिलकर चुंबकीय ध्रुवीय फिल्म बनाते हैं जो कि बाइनरी कोड बनाती हैं। वैज्ञानिकों ने बताया कि बैट्री में मौजूद मैग्नेटोइलेक्ट्रिक मल्टीफेरिक्स सिस्टम का उपयोग करके हम बहुत समय के लिए बैट्री में ऊर्जा का संरक्षण कर सकते हैं। जिसकी मदद से तीन महिनों तक बिना चार्ज किये आप फोन चला सकते हैं