लखनऊ के पॉश इलाके हजरतगंज के नरही में व्यापारी को गोली मारने की घटना के पीछे 13 साल पुरानी रंजिश की बात सामने आई है। पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी का कहना है कि जिसे गोली मारी उसकी वजह से ही 13 साल पहले मेरी नाबालिग छोटी बहन ने आत्मदाह किया था। जिसका बदला ले लिया।
डीसीपी सेंट्रल अपर्णा रजत ने बताया कि नहरी निवासी आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में उसने बताया कि करीब 13 साल पहले उसकी 17 साल की गर्भवती बहन ने खुद को आग लगाकर जान दे दी थी। जिसका कारण मोबाइल दुकानदार था। पारिवारिक इज्जत की खातिर आरोपी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज नहीं करा सका, जिससे उसको सजा भी नहीं मिल सकी। बहन के खुदकुशी करने के बाद से ही उससे नरफरत हो गई थी। उसी दिन तय किया था कि बदला लेंगे। इसलिए व्यापारी को गोलियां मारी।पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसका एक छोटा भाई है जो दिव्यांग है। पिता का काफी समय पहले निधन हो चुका है।
पिछले साल कैंसर पीड़ित मां की भी मौत हो गई। मोबाइल दुकानदार की दुकान के सामने से जब भी गुजरता, बहन की मौत याद आ जाती, लेकिन यह सोंच कर शांत हो जाता कि कि जब वह जेल जाएगा तो मां का क्या होगा।
जब पिछले साल मां की मौत हो गई, तब तय कर लिया इसको मारना है। यही वजह है कि 13 साल बाद बदला लिया।
लिस ने आरोपी की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद कर लिया है। उसके मुताबिक चार साल पहले ही उसने तमंचा खरीदकर रख लिया था। एक दो बार वह तमंचा लेकर वारदात को अंजाम देने के लिए घर से निकला था लेकिन मां और भाई के भविष्य को सोच कर लौट आता।