सनी देओल का कहना है कि बचपन में उनका IQ स्कोर 160 था। सनी से सवाल किया गया कि क्या उन्होंने बचपन में पढ़ाई-लिखाई से संबंधित कोई दिक्कत फेस किया है। जवाब में सनी ने कहा उनका IQ स्कोर ज्यादा था, इसलिए कभी कोई दिक्कत नहीं आई।
अगर किसी का IQ स्कोर 130 से ज्यादा है, तो उसके दिमाग को काफी सुपीरियर माना जाता है। महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन का IQ लेवल 160 माना गया है।
सनी देओल ने कहा- मुझे सामने लिखे शब्द पढ़ने में दिक्कत आती है। मुझसे कोई कहता है कि टेलीप्रॉम्प्टर यूज करिए तो मैं मना कर देता हूं। मैं चीजों को याद करके बोलना पसंद करता हूं।सनी ने कहा- नहीं ऐसी कोई दिक्कत तो नहीं आई। एक बार स्कूल में सभी लोगों का IQ चेक हुआ था, तो मेरा स्कोर 160 के आस-पास आया था।
अगर किसी का IQ स्कोर 130 से ज्यादा है, तो उसके दिमाग को काफी सुपीरियर माना जाता है। पूरी दुनिया की सिर्फ 2.1% जनसंख्या का IQ स्कोर 130 से ज्यादा है। महान साइंटिस्ट अल्बर्ट आइंस्टीन का IQ स्कोर 160 माना गया है।
इसी वजह से सनी देओल के स्टेटमेंट का सोशल मीडिया पर मजाक भी बनाया जा रहा है। लोगों का कहना है कि अमेरिका के पास अगर अल्बर्ट आइंस्टीन का नाम है तो भारत के पास सनी देओल हैं।
इन दिनों सनी देओल गदर-2 की सक्सेस एन्जॉय कर रहे हैं। फिल्म ने 500 करोड़ का आंकड़ा भी पार कर लिया है। इसी बीच सनी की सौतेली बहन ईशा देओल का रिएक्शन आया है। गदर-2 का हैंडपंप वाला सीन ईशा देओल को भी पसंद आया है।
शा ने कहा कि यह सीन फिल्म का हाइलाइट था। ईशा ने कहा कि सनी ने सिर्फ हैंडपंप की तरफ देखा और सारे लोग डर से भागने लगे। उनका अंदाज ऐसा था कि लोग डर जाएं।
सनी देओल के हैंडपंप वाले सीन को इस बार थोड़ा अलग रखा गया। पहली वाली गदर में सनी देओल ने हैंडपंप बकायदा उखाड़ा था। इस बार सीक्वेंस में कुछ बदलाव किया गया। इस बार सनी ने हैंडपंप को सिर्फ देखा ही था कि सारे दुश्मन भाग खड़े हुए
अब ईशा देओल ने इस सीन पर बात करते हुए कहा- मुझे हैंडपंप वाला सीन पसंद आया। लोगों को डराने के लिए वो क्लोज-अप ही काफी था।
गदर-2 रिलीज होने के बाद ईशा देओल कई बार सनी देओल की तारीफ कर चुकी हैं। उन्होंने फिल्म के लिए स्पेशल स्क्रीनिंग भी रखी थी। इस स्क्रीनिंग में कई सालों बाद देओल फैमिली एकजुट नजर आई थी।