मां के कहने पर मॉडल बनी थीं मिडिल क्लास ममता, हैदराबाद में बना था ममता कुलकर्णी का मंदिर

20 अप्रैल 1972 को ममता कुलकर्णी का जन्म मुंबई के मिडिल क्लास परिवार में हुआ था। एक दिन ममता की मां ने अखबार में एक एड देखा, जिसमें लिखा था कि मॉडलिंग एजेंसी को नए चेहरों की तलाश है। उस समय ममता स्कूल में थीं। जैसे ही ममता घर आईं तो मां ने पूछा कि क्या तुम मॉडलिंग करना चाहती हो। ममता जवाब सोच पाने के लिहाज से काफी छोटी थीं, तो उन्होंने कहा देखते हैं। आगे तुरंत मां ने कहा, ठीक है शाम को तैयार रहना हम एक एड एजेंसी के पास जा रहे हैं। ममता उस एजेंसी में पहुंचीं और उन्हें लगातार मॉडलिंग के ऑफर मिलने लगे।
मॉडलिंग करने के बाद ममता को साउथ फिल्मों में काम मिलने लगा। उनकी पहली फिल्म ननबारगल (1991) रही। मेरा दिल तेरे लिए (1991) से ममता हिंदी फिल्मों में आईं और लगातार फिल्में करने लगीं। सुनील शेट्टी, अक्षय कुमार, सैफ अली खान, सनी देओल जैसे बड़े सितारों के साथ काम करते हुए ममता के पास कई फिल्में जरूर थीं, लेकिन उन्हें कभी टॉप एक्ट्रेसेस की लिस्ट में जगह नहीं मिली। ममता के करियर की सबसे चर्चित फिल्में आशिक आवारा (1993), करण अर्जुन (1995), सबसे बड़ा खिलाड़ी (1995), आंदोलन (1995), बाजी (1996), चाइना गेट (1998) रही हैं।
1992 में ममता कुलकर्णी फिल्म प्रेम शिकारम में नजर आई थीं, जिसने बॉक्स ऑफिस के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। साउथ में ममता की फैन फॉलोविंग ऐसी बढ़ गई थी कि उनके चाहनेवालों ने उनके लिए हैदराबाद में एक मंदिर बनवा दिया। फिल्म रिलीज के बाद ममता को साउथ से कई फैनमेल आते थे। जैसे ही उन्हें इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने कहा था, मैंने कभी इसकी उम्मीद नहीं की थी। अगर कभी नेल्लोर से गुजरी तो जरूर उस मंदिर जाऊंगी। लहरें रेट्रो को दिए एक इंटरव्यू में भी ममता इस बात को कन्फर्म कर चुकी हैं।
1993 में आई स्टारडस्ट मैगजीन के कवर पेज के लिए ममता ने टॉपलेस फोटोशूट करवाया था। मैगजीन सामने आते ही ममता विवादों से घिर गई थीं। इसके लिए ममता ने माफी मांगी और सफाई दी। लहरें रेट्रो को दिए एक पुराने वीडियो में ममता ने कहा था, मैं जानती हूं कि मुझसे गलती हुई है। लोग मुझे बहुत सीधा-सादा समझते हैं। जब भी मेरे पास फैनलेटर्स आते हैं तो उसकी शुरुआती आदरणीय ममता कुलकर्णी के साथ होती है। ऐसे में मेरी टॉपलेस तस्वीर आने से मेरे फैंस को धक्का लगा है। मुझे नहीं पता था कि इसका रिजल्ट ऐसा होगा। लोगों को ज्यादा ताज्जुब इसलिए हुआ क्योंकि मेरी इमेज अलग थी। लोग मुझे देवी की तरह पूजते थे। कहा जाता है कि उस समय 20 रुपए की ये मैगजीन 100-100 रुपए में बेची जा रही थी।
सफाई देते हुए ममता ने जहां अपना बचाव किया वहीं कुछ दूसरी एक्ट्रेसेस का नाम भी लिया, जिससे उनका बयान फिर सुर्खियों में आ गया। उन्होंने कहा था पूजा बेदी या कोई दूसरी एक्ट्रेस ऐसा करती तो लोग कहते कि ये कोई नई बात नहीं है, उनका रोज का काम है। लेकिन जब ममता कुलकर्णी ने किया तो लोगों को धक्का लगा। यही अगर भाग्यश्री तो भी लोगों को उतना ही धक्का लगेगा।
फिल्म घातक के गाने मारा रे में ममता की स्पेशल अपीयरेंस थी। इस फिल्म को राजकुमार संतोषी ने डायरेक्ट किया था। जब राजकुमार ने 1999 की फिल्म चाइना गेट बनाने का फैसला किया, तो उन्होंने ममता को ही साइन कर लिया। राजकुमार कास्टिंग से खुश नहीं थे और हीरोइन बदलने पर विचार कर रहे थे। जैसे ही राजकुमार ने उन्हें फिल्म से निकाला तो उन्हें लगातार अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के धमकी भरे कॉल आने लगे। छोटा राजन की धमकियां मिलने के बाद राजकुमार ने ममता को ही फिल्म में रखा।

फिल्म रिलीज हुई तो बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप हो गई। इस फिल्म को छम्मा-छम्मा गाने के लिए पहचाना गया, जिससे उर्मिला मातोंडकर को काफी पॉपुलैरिटी मिली थी। वहीं ममता लीड हीरोइन होकर भी तारीफें हासिल नहीं कर सकीं।
फिल्म फ्लॉप होने के बाद ममता कुलकर्णी ने एक इंटरव्यू के दौरान खुलासा किया था कि फिल्म की शूटिंग के दौरान राजकुमार संतोषी ने कॉम्प्रोमाइज करने के लिए कहा था। ममता के इनकार के बाद राजकुमार ने बदला लेने के लिए उनके ज्यादातर सीन फिल्म से हटा दिए। ममता का आरोप ये भी था कि राजकुमार के कहने पर उन्हें कई फिल्मों से निकाल दिया गया है।
एक समय में ममता कुलकर्णी और छोटा राजन के अफेयर के किस्से सुर्खियों में थे। दोनों ने ही कभी इस रिश्ते को सार्वजनिक नहीं किया, लेकिन जिस तरह छोटा राजन अपनी धमकियों से ममता को फिल्में दिलवाया करता था, उससे ये साफ जाहिर था कि दोनों के बीच कुछ था। जब जांच एजेंसियों से बचने के लिए छोटा राजन को देश छोड़कर भागना पड़ा तो दोनों में दूरियां बढ़ गईं। छोटा राजन की गैर मौजूदगी में विक्की गोस्वामी ने उनका काम संभाला। ऐसे में ममता और विक्की गोस्वामी का नाम जुड़ने लगा। छोटा राजन के जाने के बाद ममता को फिल्में मिलना लगभग बंद हो गईं। 2002 की फिल्म कभी हम कभी तुम के बाद ममता कुलकर्णी अचानक फिल्मों से दूर हो गईं।
फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने के बाद ममता विक्की गोस्वामी के साथ दुबई और केन्या में जाकर रहने लगीं। फिर अचानक 2013 में ममता की एक तस्वीर सामने आई, जो उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। तस्वीर में ममता साध्वी के अवतार में नजर आ रही थीं। इसी साल ममता कुलकर्णी ने बुक ऑटोबायोग्राफी ऑफ ए योगिनी लॉन्च की। इस तस्वीर और बुक से ममता फिर सुर्खियों में आ गईं। एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, मैंने विक्की से शादी नहीं की है। मैं इस वक्त किसी की पत्नी नहीं हूं। कुछ लोग काम के लिए पैदा होते हैं और कुछ ईश्वर के लिए। मैं ईश्वर के लिए पैदा हुई हैं। ममता पूरी तरह से साध्वी बन गई थीं।
2016 में ममता कुलकर्णी और उनके रूमर्ड पति विक्की गोस्वामी का नाम 2000 करोड़ के ड्रग रैकेट में सामने आया था। आरोप था कि दोनों केन्या में एक बड़ा ड्रग रैकेट चला रहे हैं। नाम आने के बाद दोनों की तलाश शुरू हुई, लेकिन दोनों ही नहीं मिले। 2016 में ठाणे की एक स्पेशल कोर्ट ने दोनों को भगोड़ा घोषित कर दिया है। 2017 में ममता कुलकर्णी की मुंबई स्थित संपत्ति जब्त कर ली गई है।