पिछड़े, शोषित समाज की विभिन्न राजनीतिक दलों की बैठक लखनऊ में सम्पन्न

पिछड़े, शोषित समाज की विभिन्न राजनीतिक दलों की बैठक दारुलसफा के कॉमन हाल के बी ब्लॉक में आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य सामाजिक राजनैतिक रूप से वंचित समाज के विभिन्न दलों को एक मंच पर लाकर शोषित, वंचित, गरीब आमजन की एक लोकतांत्रिक पार्टी स्थापित करना है। गौरतलब हो कि आज वर्तमान में पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक एवं वंचित समाज में सिर्फ और सिर्फ व्यक्तिवादी, परिवारवादी, जातिवादी, वंशवादी, क्षेत्रवादी पार्टियां बनी है, और अधिकांश दलों में आजीवन राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हुए हैं। ऐसे दलों से न ही राष्ट्रीय स्तर की राजनीति संभव है, और न ही सर्व समाज की राजनीति संभव है। सभी लोग सिर्फ समस्याओं का रोना रो रहे हैं, और वर्तमान सत्ता की नीतियों से पीड़ित हैं किंतु वहुसंख्यक समाज अपनी समस्याओं के राजनीतिक समाधान के प्रति उदासीन है। लोकतंत्र में लोकतांत्रिक राजनीति के माध्यम से ही राज्य और केंद्र की शासन सत्ता प्राप्त की जा सकती है, और राज्य एवं केंद्र की वित्तीय एवं शासकीय शक्तियों का उपभोग करके जनहित और लोक कल्याण के कार्य किए जा सकते हैं, और इसी से सबको एक समान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजी-रोटी, रोजगार की व्यवस्था और सभी के लिए समता-समानता और न्याय आधारित बेहतर समाज का निर्माण किया जा सकता है। आज पूरे देश में पिछड़ों, दलित एवं वंचित समाज के बीच व्यक्तिवादी, परिवारवादी, जातिवादी, क्षेत्रवादी, वंशवादी दलों का अम्बार लगा हुआ है। इसके कारण सम्पूर्ण बहुसंख्यक समाज की राजनीति, राजनीतिक एवं सांस्कृतिक रूप से विकसित नहीं हो पा रही है, और बहुसंख्यक समाज में व्यक्तिवादी, परिवारवादी, जातिवादी क्षेत्रवादी, वंशवादी दलों के कारण उनके बीच से अभी तक कोई भी राष्ट्रीय स्तर पर लोकतांत्रिक राजनीति और दल विकसित नहीं हो पा रहे हैं।


विभिन्न दलों के उपस्थित राष्ट्रीय अध्यक्षों का मत है कि राष्ट्रीय स्तर पर एक ऐसे दल का निर्माण करना है, जिसमें व्यक्तिवाद, परिवारवाद, जातिवाद, क्षेत्रवाद, वंशवाद की कोई गुंजाइश ना रहे। यह तभी संभव है, जब राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर बूथ अध्यक्ष तक के सभी पदों का कार्यकाल का निर्धारण हो, और इन पर बदलाव होता रहें। जिसमें विभिन्न प्रांतों के, विभिन्न धर्मों के, विभिन्न समुदाय के लोगों को समान नेतृत्व करने का अवसर प्राप्त हो सके। तभी बहुसंख्यक समाज में एक राष्ट्रीय स्तर पर एक स्वस्थ लोकतांत्रिक राजनीति की शुरुआत हो सकती है। शीघ्र ही नये दल की पंजीकरण की कार्यवाही कराई जाएगी और नई दिल्ली से नई पार्टी की शुरुआत की जाएगी।


सम्यक पार्टी द्वारा आयोजित आज की बैठक का उद्देश्य बहुसंख्यक समाज में व्याप्त विभिन्न राजनीतिक दलों को मिलाकर राष्ट्रीय स्तर पर एक लोकतांत्रिक पार्टी की स्थापना करना है। आज की बैठक में तमाम दलों ने यह निर्णय लिया है कि एक लोकतांत्रिक दल में सभी विलय करेंगे और लोकतांत्रिक दल की शुरुआत करेंगे। इस नए दल में प्रत्येक पद का कार्यकाल 2 वर्ष का होगा और कोई भी व्यक्ति दो कार्यकाल से ज्यादा अध्यक्ष, संगठन सचिव और कोषाध्यक्ष नहीं रहेंगे। और यह भी लगातार दोहराए नहीं जाएंगे। यह नया दल व्यक्तिवाद, परिवारवाद, जातिवाद, वंशवाद, क्षेत्रवाद, धर्मवाद से मुक्त होगा। इसका संगठन पूर्ण रूप से लोकतांत्रिक होगा। जिसमें प्रतिभाशाली सभी प्रांतों, जाति, धर्म के लोगों को हर स्तर पर नेतृत्व करने का अवसर मिलेगा।
आज की बैठक में सम्यक पार्टी, अर्जक अधिकार दल, जन अधिकार मंच, राष्ट्रीय भागीदारी पार्टी, आजाद भारत पार्टी, भारतीय किसान मोर्चा पार्टी, प्रजातांत्रिक समाजवादी पार्टी, सर्वजन सेवा पार्टी के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित अन्य वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित रहे।