दिल्ली संसद में सांसदों के निलंबन के खिलाफ उत्तर प्रदेश के विपक्षी दल कांग्रेस और सपा समेत कई दल एक साथ आ गए। कांग्रेस ने पैदल मार्च निकाला। समाजवादी पार्टी ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। सपा और कांग्रेस समेत सभी इंडिया गठबंधन के राजनीतिक पार्टियां इस प्रदर्शन में शामिल हुईं।
केंद्र की BJP सरकार ने खिलाफ INDIA गठबंधन के सभी दलों ने नारेबाजी की। पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर सभी प्रदर्शन कर्मियों को कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर ही रोक दिया है। फिलहाल यही पर नारेबाजी हो रही है।
संसद से 146 विपक्षी सांसदों के निलंबन के खिलाफ शुक्रवार को I.N.D.I.A के नेता जंतर-मंतर पर जुटे। प्रदर्शन का नाम सेव डेमोक्रेसी प्रोटेस्ट (लोकतंत्र बचाओ प्रदर्शन) दिया गया कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, शरद पवार समेत विपक्षी पार्टियों के कई नेता मौजूद रहे।
संसद में सुरक्षा चूक पर राहुल गांधी ने कहा कि जो लोग खुद के देशभक्त होने का दावा करते हैं, उनकी हवा निकल गई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मोदी-शाह ने संविधान, डेमोक्रेसी को खत्म करने का प्लान बनाया है
समाजवादी पार्टी की तरफ से धरने का नेतृत्व पार्टी के प्रवक्ता दीपक रंजन, पवन मनोचा , सुशील दीक्षित, जिला अध्यक्ष जय सिंह जयंत ने किया। जबकि कांग्रेस की तरफ से पूर्वी विधानसभा के प्रत्याशी रहे मनोज तिवारी और पूर्व विधायक श्याम किशोर शुक्ला मौजूद रहे। वहीं सीपीएम की तरफ से पोलित ब्यूरो सदस्य सुभाषनी अली और पार्टी के राज्य सचिव हीरालाल यादव मौजूद रहे।
संसद में घुसपैठ, विपक्ष का हंगामा और विपक्षी सांसद निलंबित
13 दिसंबर को लोकसभा में दो शख्स घुस आए थे, उन्हें सांसदों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। इसको लेकर विपक्षी सांसद पीएम मोदी और अमित शाह से बयान देने की मांग रहे थे। हंगामे के चलते 14 से 21 दिसंबर तक लोकसभा और राज्यसभा से 146 सांसद सस्पेंड हुए। इसमें सबसे ज्यादा कांग्रेस के 61 सांसद (लोकसभा से 44, राज्यसभा से 17) हैं।
उधर, 19 दिसंबर को दिल्ली में हुई विपक्षी गठबंधन की बैठक में भी सांसदों के सस्पेंशन का मुद्दा उठा था। विपक्षी दलों ने सांसदों के सस्पेंशन की निंदा की और इसके खिलाफ विरोध करने का फैसला किया।
किस-किस तारीख को कितने सांसद निलंबित हुए
तारीख लोकसभा राज्यसभा
14 दिसंबर 13 1
18 दिसंबर 45 33
19 दिसंबर 49 कोई नहीं
20 दिसंबर 2 कोई नहीं
21 दिसंबर 3 कोई नहीं
कुल 112 34
आजादी के बाद पहली बार इतने सांसद सस्पेंड हुए
सोमवार यानी 18 दिसंबर को कुल 78 सांसदों (लोकसभा-33, राज्यसभा-45) को निलंबित किया गया था। आजादी के बाद पहली बार एक ही दिन में इतने सांसद निलंबित किए गए हैं। इससे पहले 1989 में राजीव सरकार में 63 सांसद निलंबित किए गए थे। पिछले हफ्ते भी 14 सांसदों को निलंबित किया गया था।