हरियाणा के पूर्व CM व BJP के करनाल से लोकसभा उम्मीदवार मनोहर लाल खट्टर को आज पानीपत में एक कार्यक्रम के दौरान जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। वह अनाज मंडी में आयोजित भगवान परशुराम जन्मोत्सव में भाग लेने पहुंचे थे।
ब्राह्मणों ने खट्टर को भाषण नहीं देने दिया। जब वह मंच से बोलने लगे तो बीच में रोक कर बोले, यह कोई राजनीतिक मंच नहीं है। हालांकि, खट्टर कहते रहे कि एक बार सुन तो लो, लेकिन ब्राह्मणों ने एक न सुनी। विरोध के बीच भी खट्टर लगातार बोलते रहे। इससे नाराज होकर लोग कार्यक्रम छोड़कर चले गए।
कार्यक्रम के दौरान खट्टर ने कहा कि मुझे निमंत्रण देकर बुलाया गया है। हालांकि, जब इस बारे में कार्यक्रम के प्रधान एवं आयोजक सतीश गौतम से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैंने मनोहर लाल खट्टर को कोई निमंत्रण नहीं दिया। वह खुद ही कार्यक्रम में पहुंचे हैं।
खट्टर बोले कि मैं जानता हूं कि यह गैर राजनीतिक कार्यक्रम है, लेकिन मैं यहां आया हूं तो इतनी अपील कर सकता हूं कि 25 मई को चुनाव में वोट जरूर डालें। साथ ही कहा कि अगर कांग्रेस का भी उम्मीदवार आपके कार्यक्रम में आए तो इतना मौका उसे भी जरूर देना।
खट्टर बोले कि आपका वोट कोई छीन नहीं सकता। जहां मर्जी हो वहां देना, लेकिन वोट देने जरूर जाना। कोई सियासी आदमी अगर कार्यक्रम में आया है तो वह राजनीति की बात तो करेगा ही, लेकिन जबरदस्ती कोई नहीं है।
ब्राह्मण समाज वेलफेयर सोसाइटी द्वारा 19 मई को पानीपत अनाज मंडी में भगवान परशुराम जन्मोत्सव को लेकर कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम ब्राह्मण समाज वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष सतीश गौतम द्वारा आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में लोगों को बुलाने के लिए कहा गया था कि यह गैर-राजनीतिक कार्यक्रम है, लेकिन कार्यक्रम में जाकर लोगों को पता चला कि यहां मनोहर लाल खट्टर भी आए हुए हैं। उनके आने से ब्राह्मण काफी नाराज दिखाई दिए। भाजपा उम्मीदवार पानीपत ग्रामीण विधानसभा में अपना रोड-शो निकल रहे थे। इसी बीच वह अनाज मंडी में आयोजित ब्राह्मण के कार्यक्रम में पहुंचे थे।