प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिस्कवरी चैनल के मशहूर शो ‘मैन वर्सेज वाइल्ड’ के स्पेशल एपिसोड में बेयर ग्रिल्स के साथ अपने प्रकृति प्रेम पर चर्चा करते हुए बताया कि उनके परिवार में प्रकृति के साथ प्रेम और उसकी रक्षा के बारे में बहुत पहले से ही विचार किया जाता रहा है. पीएम मोदी ने बताया कि उनके चाचा लकड़ी की दुकान लगाना चाहते थे, लेकिन दादी ने ऐसा नहीं करने दिया तो इसके पीछे भी कारण प्रकृति प्रेम ही था.
बेयर ग्रिल्स के साथ बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी दादी का जिक्र करते हुए कहा, ‘मेरी दादी पढ़ी लिखी नहीं थीं. मेरे चाचा ने एक बार लकड़ी का व्यापार करने का मन बनाया. तो इस पर मेरी दादी बहुत नाराज हो गईं. दादी से जब इस नाराजगी का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि भूखे मर जाएंगे, लेकिन लकड़ी बेचने का काम नहीं करेंगे.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मेरी दादी का मानना था कि लकड़ी में भी जीवन है. पेड़ काटकर अपना परिवार चलाना ठीक नहीं. प्रकृति के साथ जुड़ाव मुझे संस्कार में मिला है.
ग्रिल्स ने जब प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि जिम कॉर्बेट काफी खतरनाक क्षेत्र है. इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगर प्रकृति से संघर्ष करोगे, प्रकृति के खिलाफ रहोगे तो आपको सब कुछ ही खतरनाक लगेगा. तब आपको इंसान भी खतरनाक ही लगेंगे, लेकिन अगर आप प्रकृति के साथ हैं, उसे प्यार करते हैं और उसे बचाने की कोशिश करते हैं तो जंगली जानवर भी आपका साथ देते हैं.
डिस्कवरी चैनल के मशहूर शो ‘मैन वर्सेज वाइल्ड’ शो में पीएम मोदी ने अपने बचपन की बातों के अलावा पर्यावरण को लेकर खूब बात की. पीएम बताते हैं कि इंसानों के लिए पर्यावरण का वजूद बना रहना क्यों जरूरी है. यह एपिसोड दुनिया के कई देशों में दिखाया गया. इस शो को हिंदी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मलयालम और मराठी समेत 8 प्रमुख भाषाओं में प्रसारित किया गया.
मोदी बोले- साबुन नहीं था, सॉल्ट की परत से नहाता और कपड़े धोता था मेरा परिवार
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनका बचपन बेहद गरीबी में गुजरा था, बचपन में नहाने के लिए साबुन नहीं होते थे और वो सॉल्ट की परत से नहाते थे.