पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी अपने तीन दिवसीय दौरे पर आज शाम दिल्ली पहुंच रही हैं। अगले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्षी दलों की एकता की कोशिशों के तहत उनकी यह यात्रा महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
विपक्षी एकता के प्रयासों में महत्वपूर्ण मानी जा रही है यह यात्रा
सोमवार शाम को हवाई अड्डे से वे सीधे अपने भतीजे लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी के घर पहुंचकर अपने पार्टी के सांसदों से मिलेंगी। मंगलवार को वह संसद भवन में विभिन्न दलों के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगी। बुधवार को उन्होंने बंग भवन में विपक्षी दलों के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात का कार्यक्रम रखा है। उसी दिन उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात निश्चित है। उसी दिन शाम को वे वापस कोलकाता चली जाएंगी।
बता दें कि पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने रविवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा था कि उनका पीएम मोदी से मिलने का मकसद सिर्फ हाथ जोड़कर फंड मांगने का है। वह सिर्फ पैसे के लिए पीएम मोदी से मिलने जा रही हैं। वहीं इस बयान पर टीएमसी ने पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें संघीय व्यवस्था की बेहतर समझ की जरूरत है, जिसके तहत एक सीएम हमेशा पीएम से मिल सकता है।
पश्चिम बंगाल में भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने रविवार को दावा किया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, केंद्रीय संसाधनों का ‘दुरुपयोग’ करने के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ‘हाथ जोड़कर पैसों की भीख मांगना’ चाहती हैं। हालांकि, उनकी इस टिप्पणी की राज्य में सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस ने कड़ी आलोचना की थी। घोष ने संवाददाताओं से बात करते हुए यह भी आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने सरकारी खजाने के पैसे की हेराफेरी की है और इसे लगभग खाली कर दिया है। उन्होंने सीएम ममता बनर्जी के दौरे के बारे में पूछे जाने पर कहा कि बनर्जी ने केंद्र की ओर से आवंटित धन का दुरुपयोग किया है और अब वह हाथ जोड़कर प्रधानमंत्री से मिलना चाहती हैं क्योंकि राज्य लगभग दिवालिया हो गया है।