विकासखण्ड सुल्तानगंज की ग्राम पंचायत सूरजपुर बार खेड़ा के ग्राम सूरजपुर में सर्पों के काटने से लोग दहशत में है।जिससे पूरा गाँव भयभीत है।कोरोना के साथ बारिश का मौसम लोगों के लिए कई मुसीबतें लेकर आया है। बारिश के इस मौसम में सांप के काटने की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं।लोधी बहुल्य गाँव में एक महीने के अन्दर ही सर्प के काटने से शिशुपाल पुत्र देशराज सिंह की मौत हो चुकी है।एक माह के अन्दर एक दर्जन लोगों को सर्पों ने डसा है।जिनमें बालिस्टर सिंह,रेशमा देवी,रामकिशन,दलबीर सिंह,कुँवर सिंह, ओमशरन सिंह,कुमारी कल्लो,भोले,देव सिंह, धर्मवीर आदि लोग सर्पों के शिकार हो चुके है।जिससे पूरे गाँव के ग्रामीण दहशत ब भविष्य की चिंता को लेकर चिंतित है।जिनका इलाज भोंगाँव में स्टेशन रोड़ स्थिति बायगीर के यंहा चला है।किसी का भी सरकारी अस्पताल में इलाज नहीं हुआ।
डॉक्टर ललित पाण्डेय ने बताया कि बारिश के दिनों में सांप के बिलों में पानी भर जाने के कारण वे बाहर निकल आते हैं या झाड़ियों में छिपे रहते हैं। किसी व्यक्ति को सांप काट ले, तो उसका तुरत इलाज आवश्यक होता है। वैसे सभी सांप जहरीले नहीं होते, लेकिन इसकी पहिचान सभी लोगों को नहीं होती, इसलिए व्यक्ति दहशत में ही आधा मर जाता है। सांप अगर जहरीला है, तो काटे स्थान पर दर्द बहुत तेज हो सकता है। सांप द्वारा काट लिये जाने पर व्यक्ति के शरीर में कितना विष गया, इसका अंदाजा होने वाली सूजन से लगाया जाता है। सांप जहरीला हुआ, तो दम घुटता हुआ महसूस होगा। उसे निगलने में परेशानी होगी।उल्टियां आ सकती हैं। पेट से रक्तस्राव या अंदर ही रक्तस्राव किसी भी तरफ हो सकता है। जहरीले सांप काट लेने पर शरीर नीला पड़ने लगता है,जिससे व्यक्ति बेहोश भी हो जाता है।ग्रामीण पंकज कुमार लोधी,दिनेश कुमार,राकेश सिंह,सिद्ध गोपाल,देव सिंह,शेर सिंह,राम किशन,नंदराम,राजीव कुमार,भगवानदास,रत्नेश कुमार,दीपक कुमार,राजवीर सिंह आदि ने सर्पो से निजात दिलाये जाने की माँग की है।