मामला थाना दन्नाहार के ग्राम रठेरा का है। जहा आज सुबह बबलू पुत्र श्री कश्मीर सिंह के घर पास खड़े बिजली के खंम्भे पर बैठा एक मोर अचानक बिजली आने से बिजली के करंट की चपेट में आ गया जिसके बाद वहाँ बैठे ग्राम वासियों ने मिलकर जान बचाई और प्रसाशन को सूचना दी गयी हैं आगे प्रशासन को सौंपा जाएगा ।
यूं ही नहीं दफनाया जाता है मोर का शव को भारतीय ध्वज में लपेटा जाता है जानते है विस्तार से
बचपन से हम यह पढ़ते आए हैं कि मोर हमारा राष्ट्रीय पक्षी है। इसलिए मोर के मरने के बाद उसके अंतिम संस्कार की भी विधि अलग है। मोर को कभी मरने के बाद यूं ही कहीं नहीं दफनाया जाता है। इसके लिए उसका शव का प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया जाता है। इसके लिए पहले मोर के शव को भारतीय ध्वज में लपेटा जाता है। इसके बाद उसकी ससम्मान विदाई होती है। मोर का अंतिम संस्कार केवल राज्य वन विभाग की तरफ से ही किया जाता है। कभी-कभार लोग मोर के शव पर पुष्प भी अर्पित करते हैं।
मोर के बारे में यह बातें भी जान लीजिए
मोर को दुनिया के सुंदर पक्षियों में से एक माना जाता है। इसके सिर पर मुकुट होने के कारण इसे पक्षी राज भी कहा जाता है। मुकुट के समान कलगी और रंगबिरंगी इंद्रधुनषी रंग होने से यह अति सुंदर दिखाई पड़ता है। भारत सरकार ने 26 जनवरी 1963 से इसे राष्ट्रीय पक्षी घोषित कर रखा है। मोर को संसदीय कानून भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत प्रोटेक्शन प्रदान की गई है।
द दस्तक 24 न्यूज प्रोडेक्शन चीफ – अर्पित यादव