महोबा : स्मारक बना अवैध कब्जेदारों का स्थल

ऐतिहासिक इमारतों ,स्मारकों को अवैध कब्जे से बचाने की कवायद में भले ही भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग योजनाएं बना रहा हो, लेकिन ग्रामीण इलाकों में कई ऐसे स्मारक और ऐतिहासिक भवन मौजूद हैं, जो अवैध कब्जे की गिरफ्त में हैं। इनकी सुरक्षा और संरक्षण अब चुनौती बनती जा रही है। हालांकि, नियमों के मुताबिक, ऐतिहासिक स्मारकों से 100 मीटर की परिधि तक निर्माण कार्य प्रतिबंधित है, लेकिन अफसोस की बात यह है कि नियमों को ताक पर रखकर कई ऐतिहासिक भवन और स्मारक स्थल पूरी तरह से अवैध कब्जे की चपेट में हैं।

गौरतलब है की महोबा जनपद के ग्राम पवा के तालाब के किनारे स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों की जमीन पर कुछ द्व्न्द लोग कब्जा जमाये हुए हैं । यहां कई पर कब्जा मुक्त करवाने की कोशिस की गई ,जो नाकाम रही। हमारी विरासतें ,हमारे जवान ,हमारी संस्कृति ही हमारी पहचान है। लेकिन इस पहचान को बचने की याद हमें कभी कभी आती है। जल्द से जल्द ग्राम पवा की तरफ ध्यान दिया जाये और अवैध कब्जे हटवाए जाएँ ।

सवांददाता : वासुदेव प्रजापति