लखनऊ यूनिवर्सिटी में शुक्रवार देर रात हंगामा हुआ। सुभाष छात्रावास में प्रोक्टोरियल बोर्ड देर रात चेकिंग करने पहुंचा। हॉस्टल के छात्रों का आरोप है कि निरीक्षण के नाम पर छात्रों को प्रताड़ित किया गया। छात्रावास में रहने वाले बीए प्रथम वर्ष के अंकुर कुमार को चेकिंग के दौरान हबीबुल्ला हॉस्टल के प्रोवोस्ट
छात्र को पिटाई से नाराज अन्य छात्र आक्रोशित हो गए। देर रात ही प्रॉक्टर कार्यालय घेरने को निकलने लगे लेकिन फिर सुभाष छात्रावास के मुख्य द्वार पर धरने पर बैठ गए। महेंद्र अग्निहोत्री के खिलाफ नारेबाजी की। छात्रों का कहना था कि पीटने का हक किसी का नहीं है।
पीड़ित छात्र अंकुर ने चीफ प्रॉक्टर के नाम न्याय दिलाने के लिए रात में प्रार्थना पत्र भी लिखा। छात्र ने लिखा है कि वह लघुशंका के लिए अपने कमरे से बाहर निकला था। निरीक्षण करने आई टीम में शामिल महेंद्र अग्निहोत्री ने 10-12 थप्पड़ जड़ दिए। सभी छात्रों के सामने जलील किया। आक्रोशित छात्रों का धरना देर रात तक जारी रहा।
शुक्रवार दिन में चीफ प्रॉक्टर राकेश द्विवेदी ने प्रॉक्टोरियल बोर्ड के साथ हॉस्टल का दौरा किया। चीफ प्रॉक्टर ने 15-20 कमरों में जाकर छात्रों से बातचीत की। इस दौरान ज्यादातर छात्रों ने आवाज आने से इनकार किया। पीआरओ डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि हॉस्टल में CCTV लगाएं जाएंगे। इसी के साथ ही दो गार्ड तैनात होंगे।