महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार ने धर्मगुरु कालीचरण महाराज के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। कालीचरण महाराज पर यह कार्रवाई महात्मा गांधी पर की गई उनकी अभद्र टिप्पणी के कारण की जाएगी। अपने शिव स्तोत्र के लिए चर्चित कालीचरण महाराज द्वारा रायपुर की धर्मसंसद में महात्मा गांधी के विरुद्ध अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया था। उन्होंने महात्मा गांधी की हत्या करनेवाले नाथूराम गोडसे की प्रशंसा भी की थी।
सोमवार को महाराष्ट्र विधानसभा में उनके इस वक्तव्य के विरुद्ध मंत्री नवाब मलिक ने उनपर सख्त कार्रवाई करने का प्रस्ताव पेश किया। नवाब मलिक ने कालीचरण महाराज को फर्जी बाबा बताते हुए कहा कि इंटरनेट मीडिया पर फर्जी बाबा का एक बयान वायरल हो रहा है, जिसमें वह महात्मा गांधी के विरुद्ध अभद्र भाषा का प्रयोग करते दिखाई दे रहे हैं।नवाब मलिक ने कहा कि कोई महात्मा गांधी की विचारधारा का विरोधी हो सकता है, लेकिन उनके हत्यारों की प्रशंसा कैसे की जा सकती है ? यह काम पिछले सात साल (यानी भाजपा सरकार आने के बाद) से किया जा रहा है। नाथूराम गोडसे के मंदिर बनवाए जा रहे हैं। हमें ऐसे लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। मलिक के अनुसार फर्जी बाबा ने यह बयान चाहे जहां (रायपुर में) दिया हो, लेकिन वह अकोला के रहनेवाले हैं। उनपर सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार एवं भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने भी कालीचरण महाराज के बयानों की निंदा की। विजय वडेट्टीवार ने कहा कि महात्मा गांधी महामानव हैं। 56 देशों में उनकी प्रतिमाएं लगी हैं। उनके विरुद्ध इस प्रकार की भाषा का प्रयोग किया जाना निंदनीय है। भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने भी कालीचरण महाराज के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग से सहमति जताते हुए कहा कि ऐसे व्यक्ति के विरुद्ध कार्रवाई होनी ही चाहिए। सभी पक्षों को सुनने के बाद उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने आश्वासन दिया कि सरकार कालीचरण महाराज के बयान मंगवाकर सुनेगी, फिर पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि कालीचरण महाराज के विरुद्ध रायपुर में भी एक आपराधिक मामला दर्ज किया जा चुका है।