मुंबई इंडियंस आज डिफेंडिंग चैंपियन गुजरात टाइटंस के खिलाफ IPL 2023 का क्वालीफायर-2 मुकाबला खेलेगी। टीम ने एलिमिनेटर में लखनऊ को 81 रन से हराकर क्वालिफायर में जगह बनाई। जिसमें 20 लाख रुपए के आकाश मधवाल ने महज 5 रन देकर 5 विकेट लिए।
5 बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस ने कई अहम खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में इस सीजन शानदार प्रदर्शन किया। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह पूरे टूर्नामेंट से बाहर रहे वहीं, जोफ्रा आर्चर सिर्फ 5 मैच खेल सके। पिछले सीजन तक मुंबई के स्टार रहे कायरन पोलार्ड इस बार मेंटर के रोल में थे। ऐसे में MI ने इस सीजन अपनी प्लेइंग इलेवन में कई बदलाव किए। कई यंगस्टर्स के साथ पीयूष चावला जैसे दिग्गज को भी टीम में शामिल किया। इस अनुभवी गेंदबाज ने 21 विकेट लेकर टीम की सफलता में अहम भूमिका निभाई।
आगे स्टोरी में हम उन खिलाड़ियों के बारे में जानेंगे, जिनके बारे में कम ही लोगों को पता था या जिनसे कम ही उम्मीद की गई, लेकिन उन्होंने टीम को मैच जिताए और प्लेऑफ में पहुंचाया।
हैदराबाद के 20 वर्षीय बल्लेबाज तिलक वर्मा ने इस सीजन ताबड़तोड़ प्रदर्शन किया। तिलक ने कई मैच विनिंग पारियां खेली। उनके नाम 10 मैचों में 150 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से 300 रन हैं। उन्होंने एक हाफ सेंचुरी भी लगाई, जो बेंगलुरु के खिलाफ टीम के पहले ही मैच में आई। वह इंजरी के चलते टीम के 5 मैचों का हिस्सा नहीं बन सके, लेकिन जितने भी मैचों में मौका मिला, उपयोगी पारियां खेलीं। तिलक को इस साल फरवरी में बांग्लादेश टूर के दौरान इंडिया-ए में भी मौका मिला था।
1.70 करोड़ रुपए के इस खिलाड़ी ने पिछले सीजन 14 मैचों में 131 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए थे। लेकिन इस सीजन उन्होंने नंबर-4 से नंबर-6 तक नीचे बैटिंग कर 155 से भी ज्यादा के स्ट्राइक रेट से रन बनाए।
टिम डेविड को मुंबई इंडियंस ने 2022 में 8.25 करोड़ में खरीदा था, लेकिन वे फ्लॉप रहे थे। डेविड को 8 ही मैच खिलाए गए, इनमें उन्होंने 186 रन ही बनाए। बावजूद इसके मुंबई ने ऑस्ट्रेलिया के डेविड पर भरोसा दिखाया और उन्हें पोलार्ड का फिनिशिंग रोल सौंपा। डेविड ने इस रोल को बखूबी निभाया, उन्होंने राजस्थान के खिलाफ आखिरी में लगातार 3 छक्के लगाकर टीम को शानदार जीत दिलाई। राजस्थान के अलावा उन्होंने दिल्ली और गुजरात के खिलाफ भी अहम पारियं खेलीं। इस सीजन डेविड ने 15 मैचों में 160 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से 229 रन बनाए।
तेज स्ट्राइक रेट से बैटिंग की, मुश्किल सिचुएशन में भी रन चेज कर सभी को चौंकाया। राजस्थान के खिलाफ आखिरी ओवर में 3 छक्के लगाकर टीम को जीत दिलाई थी।
पंजाब से रणजी खेलने वाले 22 साल के खिलाड़ी नेहल वाधेरा पर इस साल मुंबई इंडियंस ने भरोसा दिखाया। वाधेरा को ऑक्शन में 20 लाख की बेस प्राइस में खरीदा गया। नेहल ने सीजन में 2 फिफ्टी लगाईं और मुंबई के मिडिल ऑर्डर को कभी भी ढहने नहीं दिया। उन्होंने ही एलिमिनेटर में 12 बॉल पर 2 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 23 रन बनाकर टीम का स्कोर 182 तक पहुंचायाइम्पैक्ट प्लेयर बनकर अहम पारियां खेलीं। टूर्नामेंट में 2 फिफ्टी लगाईं और एलिमिनेटर की पहली पारी में गेमचेंजर बने।
34 साल के दिग्गज लेग स्पिनर स्पिनर पीयूष चावला ने 2020 से 2022 के बीच तक एक ही IPL मैच खेला था। 2020 और 2022 में तो उन्हें खरीदार तक नहीं मिला। लेकिन मिनी ऑक्शन में मुंबई ने उन्हें 50 लाख रुपए में खरीदा। ऑक्शन के बाद भी सभी को लगा कि चावला बेंच पर ही बैठे रह जाएंगे, लेकिन इस सीजन टीम ने उन्हें पूरे 15 मैच खिलाए।
पीयूष चावला ने अपने गेम से सभी को चौंकाया और 21 विकेट के साथ टीम के टाॅप विकेट टेकर बने।
उत्तराखंड के आकाश मधवाल 2 साल तक MI और RCB के नेट बॉलर रहे। इस सीजन MI ने उन्हें बेस प्राइज (20 लाख रुपए) पर खरीदा। जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में टीम ने इस खिलाड़ी को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया, हालांकि मधवाल शुरुआती मैचों पर बेंच पर नजर आए। उन्होंने टीम के 9वें मैच में डेब्यू किया, तब से हर मैच खेला और कुल 13 विकेट निकाले।
मधवाल मुंबई के लिए मस्ट विन मैचों में सबसे ज्यादा चले। लीग के आखिरी मुकाबले में SRH के खिलाफ भी 4 विकेट ले कर हैदराबाद को कम स्कोर पर रोका। फिर एलिमिनेटर में लखनऊ के खिलाफ 5 विकेट लेकर पूरा गेम मुंबई के पाले में डाल दिया।
एलिमिनेटर में महज 5 रन देकर 5 विकेट लेकर सभी को चौंकाया। आखिरी लीग मैच में SRH के खिलाफ भी 4 विकेट निकाले थे।ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज जेसन बेहरनडॉर्फ को 2022 के मिनी ऑक्शन से पहले मुंबई ने RCB से ट्रेड कर अपनी टीम में शामिल किया था। इस सीजन टीम में जसप्रीत बुमराह, जाय रिचर्डसन नहीं थे और आर्चर भी चोटिल हो गए। ऐसे में बेहरनडॉर्फ ने तेज गेंदबाजी का मोर्चा संभाला और 11 मैचों में 14 विकेट निकाले। बेहरनडॉर्फ ने टीम के लिए पावरप्ले में विकेट लिए।
टूर्नामेंट से पहले मुंबई को रोहित शर्मा, ईशान किशन, सूर्युकमार यादव, जोफ्रा आर्चर और कैमरून ग्रीन से बहुत उम्मीदें थीं। आर्चर इंजरी के चलते 5 मैचों में 2 विकेट ही ले सके। बाकी 4 खिलाड़ियों ने शुरुआती मैचों में कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया, लेकिन सूर्यकुमार बाद के मैचों में स्कोर करने लगे।
सूर्या अब तक 544 रन बना चुके हैं। ग्रीन ने भी एक शतक और 2 फिफ्टी जमाकर 422 रन बना दिए हैं। उन्होंने 6 विकेट भी लिए हैं और टीम के लिए अहम मौकों पर 2 से 4 ओवर गेंदबाजी भी करते हैं। वहीं किशन ने 3 फिफ्टी लगाकर टूर्नामेंट में 454 रन बना दिए। उनका स्ट्राइक रेट 142.76 का रहा।
तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और जाय रिचर्डसन इंजरी के कारण टूर्नामेंट से पहले ही बाहर हो गए। रोहित इस सीजन 2 ही फिफ्टी लगा सके, ओपनिंग के बावजूद उनके बैट से 324 रन ही निकले। रोहित टीम को तेज शुरुआत तो दे रहे थे, लेकिन बड़ी पारी नहीं खेल सके।
रोहित के जोड़ीदार किशन भी कई मैचों में अच्छे स्टार्ट को बड़े स्कोर में कन्वर्ट नहीं कर सके। ज्यादातर मैचों में टीम का कोई न कोई ओपनर पावरप्ले में ही अपना विकेट गंवाते नजर आया।