NABH यानी नेशनल एक्रीडिएशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स ने लखनऊ के निजी अस्पताल निर्वाण हॉस्पिटल को मान्यता दे दी है। अस्पताल प्रशासन का दावा हैं कि मानसिक रोगियों को इलाज देने वाले अस्पतालों में NABH प्रमाण पत्र पाने वाला यह अस्पताल प्रदेश में ही नहीं, देश का पहला 100 बेड प्राइवेट हॉस्पिटल है। साथ ही क्वालिटी और पेशेंट केयर के तमाम मानकों परखरा उतरने के बाद यह उपलब्धि हासिल हुई हैं।
निर्वाण अस्पताल के संस्थापक और एमडी डॉ. एचके अग्रवाल ने बताया कि मरीजों को बेहतर उपचार देने के दिशा में यह बड़ा कदम हैं। NABH मान्यता से अस्पताल निरंतर सुधार और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाओं को उपलब्ध कराने के लिये प्रतिबद्ध हैं।
निर्वाण अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. दीप्तांशु अग्रवाल ने बताया कि रोगियों को मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों के लिए विशेष देखभाल होती है। एंजायटी, बाइपोलर डिसऑर्डर, डिप्रेशन, शराब, स्मैक, इन्जेक्शन व नशीली दवाओं की लत, ऑटिज्म, डिमेंशिया, पर्सनेलिटी डिसऑर्डर, ईटिंग डिसऑर्डर, ओसीडी, स्कीजोफ़्रेनिया , एपिलेप्सी व पुराने दर्द के लिए अस्पताल के डॉक्टरों, मनोचिकित्सकों, मनोवैज्ञानिकों और परामर्शदाताओं की विशेषज्ञ टीम व्यापक उपचार व समाधान प्रदान करती है।
निर्वाण अस्पताल के निदेशक डॉ. प्रांजल अग्रवाल ने बताया कि हर मरीज की उसके रोग के हिसाब से अपनी जरूरतें होती हैं। हमारे विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम मरीज की जरूरतों के हिसाब से इलाज व समाधान प्रदान करते हैं। अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए विभिन्न प्रकार के एकोमोडेशन(बेड) की सुविधा प्रदान की जाती है, जैसे जनरल वार्ड, वातानुकूलित जनरल वार्ड, डीलक्स और सुपर डीलक्स रूम्स और एक्जीक्यूटिव कमरे। अस्पताल में महिलाओं के लिए अलग वार्ड बना हुआ है। निर्वाण अस्पताल में मरीजों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए अंतर्राष्ट्रीय मानकों वाले कंट्रोल एवं कमांड सेंटर की स्थापना की गई है, जो 24 घंटे कड़ी निगरानी बनाए रखता है। उन्होंने दावा किया कि इस सर्टिफिकेशन को हासिल करने में 600 से ज्यादा मानकों पर अस्पताल को खरा उतरना पड़ा।