लखनऊ:राज्य ने नये भारत के नये उप्र के रूप में अपनी पहचान बनायी, प्रदेश का निवासी गर्व के साथ कह सकता है कि वह उप्र का वासी- मुख्यमंत्री

लखनऊ:(द दस्तक 24 न्यूज़)08 मई, 2025 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि राज्य ने नये भारत के नये उत्तर प्रदेश के रूप में अपनी पहचान बनायी है। आज प्रदेश के युवाओं के सामने पहचान का संकट नहीं है। प्रदेश का निवासी गर्व के साथ कह सकता है कि वह उत्तर प्रदेश का वासी है। अब यहां का युवा अपनी पहचान को नहीं छिपाता है, क्योंकि प्रदेश के प्रत्येक सेक्टर में कुछ न कुछ नयापन किया गया है। इनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, अवसंरचना, रोजगार, व्यापार तथा निवेश आदि क्षेत्र सम्मिलित हैं। निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से चयनित युवाआें द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किये जा रहे योगदान के कारण आज उत्तर प्रदेश भारत के ग्रोथ इंजन का हिस्सा बना है। अब यह बीमारू राज्य नहीं है। यह देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।       

मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में मिशन रोजगार के अन्तर्गत माध्यमिक शिक्षा विभाग के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के 494 सहायक अध्यापक (एल0टी0) तथा 49 प्रवक्ता पद हेतु चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने नव चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र, आई0सी0टी0 योजना से आच्छादित 05 विद्यालयों के प्रधानाचार्यों व अटल टिंकरिंग लैब योजना से आच्छादित 05 विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को प्रमाण पत्र वितरित किये। उन्होंने राजकीय इण्टर कॉलेजों में 23 मिनी स्टेडियमां के निर्माण कार्य का शिलान्यास भी किया। 

मुख्यमंत्री जी ने नव चयनित अभ्यर्थियों को बधाई देते हुए कहा कि प्रत्येक प्रतियोगी को अपना तय लक्ष्य प्राप्त कर प्रसन्नता की अनुभूति होती है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में मिशन रोजगार के अन्तर्गत प्रदेश में 08 लाख से अधिक युवाओं को राज्य की विभिन्न सेवाओं में नियुक्ति दी गई है। आज उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत लोक सेवा आयोग द्वारा निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के अन्तर्गत चयनित लगभग साढ़े पांच सौ नए शिक्षक नियुक्ति पत्र प्राप्त कर रहे हैं। दुनिया बदल चुकी है। हमें भी इस परिवर्तन के अनुसार स्वयं को ढालना होगा। यदि हम आज की आवश्यकता के अनुरूप अपने युवाओं को तैयार करेंगे, तो हमारी प्रासंगिकता बनी रहेगी। यदि हम वर्तमान के अभियान में कहीं भी चूके, तो इसका खामियाजा वर्तमान पीढ़ी के साथ-साथ भावी पीढ़ियों को भुगतना पड़ेगा। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा विभाग में 40 हजार से अधिक युवाओं की नियुक्ति की गई है। पिछले कुछ समय में माध्यमिक शिक्षा से जुड़े इण्टर कॉलेजों के लिए 08 हजार से अधिक अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। 32 हजार से अधिक युवा शासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों में नियुक्त किये गये हैं। बेसिक शिक्षा परिषद के अन्तर्गत प्रदेश सरकार द्वारा लगभग 01 लाख 23 हजार से अधिक शिक्षकों की भर्ती सफलतापूर्वक सम्पन्न की जा चुकी है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आप सभी नव चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के अन्तर्गत की जा रही है। शासन आपसे अपेक्षा करता है कि आप कर्तव्य निष्ठा एवं ईमानदारीपूर्वक माध्यमिक शिक्षा के और अधिक उन्नयन में योगदान देंगे। उत्तर प्रदेश की स्कूली शिक्षा में आमूल-चूल परिवर्तन किये गये हैं। नवाचार अपनाया गया है। तकनीक का अधिक से अधिक उपयोग किया गया है। ऑपरेशन कायाकल्प के माध्यम से बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में अभूतपूर्व सुधार किये गये हैं। नीति आयोग ने प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग के ऑपरेशन कायाकल्प की सराहना करते हुए, इसे नवाचार की श्रेणी के अन्तर्गत रखा है। वर्ष 2017 से पूर्व बेसिक शिक्षा विभाग के ज्यादातर स्कूल बन्दी की कगार पर थे। विद्यार्थियों की संख्या लगातार कम हो रही थी। शिक्षकों की कमी थी। प्रदेश सरकार द्वारा इन कमियों को दूर करने के लिए लगातार प्रयास किये गये।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत परीक्षा परिणाम में सुधार हुआ है। नकलविहीन परीक्षाओं को सम्पन्न कराने के साथ-साथ हमें इसमें नवाचार देखने को प्राप्त हुआ है। माध्यमिक शिक्षा परिषद के 56 लाख परीक्षार्थियों की परीक्षा मात्र 14 दिनां में सम्पन्न करना तथा 15 दिनां में परिणाम देना स्वयं में उदाहरण है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कम समय में परीक्षा को सम्पन्न कर परिणाम देना व शुचिता और पारदर्शिता को अपनाना आवश्यक है। यह तकनीक के उपयोग के बिना सम्भव नहीं है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में प्रोजेक्ट अलंकार के अन्तर्गत शासकीय तथा सरकार द्वारा सहायता प्राप्त अशासकीय विद्यालयों को अच्छी अवसंरचना, फर्नीचर तथा भवन आदि से युक्त किया गया है। अच्छे भवनों, लाइब्रेरी, लैब तथा स्मार्ट क्लासेस से युक्त विद्यालयों में विद्यार्थियों के मन में सकारात्मक भाव उत्पन्न होता है। विद्यार्थी बिना किसी चिन्ता से अपने अध्ययन को सुचारु रूप से आगे बढ़ाते हैं। पठन-पाठन के साथ ही, खेल-कूद की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए सरकारी विद्यालयों में मिनी स्टेडियम के निर्माण की दिशा में कार्य किया जा रहा है। अन्य संस्थाओं के लिए भी इस प्रकार की व्यवस्था की जा रही है। इसी क्रम में आज यहां राजकीय इण्टर कॉलेजों के लिए 23 मिनी स्टेडियमों का शिलान्यास किया गया है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आधुनिक तकनीक से पिछड़ना वर्तमान पीढ़ी से अन्याय करने के समान है। आई0सी0टी0 योजना के अन्तर्गत प्रदेश के अनेक विद्यालयों में आई0सी0टी0 लैब का निर्माण किया गया है। माध्यमिक शिक्षा के विद्यालयों को तकनीक के प्रति आग्रही बनाया है। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने भारत सरकार के स्कूली शिक्षा विभाग के साथ समन्वय करते हुए इस कार्य को आगे बढ़ाया है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश और दुनिया में घटित हो रहे नवाचार के प्रत्येक पक्ष से वर्तमान पीढ़ी को अवगत कराना आवश्यक है। सरकार के विजन तथा लक्ष्य स्पष्ट हैं। इन्हें प्राप्त करने के लिए कार्ययोजना बनाकर हमें मजबूती के साथ आगे बढ़ना है। यह टीमवर्क तथा परस्पर समन्वय से सम्भव है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नव चयनित शिक्षक अभी से अपनी शिक्षण संस्थाओं में जाकर तय करें कि नये सत्र में किस प्रकार के नवाचार को आगे बढ़ाया जा सकता है। पढ़ाने का नया तरीका क्या हो सकता है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लक्ष्य के अनुसार छोटे-छोटे उद्धहरण देकर पाठ्यक्रम को आसानी से कैसे पढ़ाया जा सकता है। छोटे-छोटे उद्धहरणों और कथाआें के माध्यम से अध्ययन कराने से बच्चों के लिए पाठ्यक्रम रूचिकर साबित होगा। कमजोर नींव के ऊपर मजबूत भवन की कल्पना नहीं की जा सकती। वर्तमान में जो सुधार किये गये हैं, वह पहले भी किये जा सकते थे। लेकिन राजनैतिक इच्छाशक्ति के अभाव में यह प्रयास नहीं किये गये। प्रदेश के युवाओं को पहचान के संकट से गुजरना पड़ता था। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आप सभी ने कल विकसित भारत की एक झलक देखी होगी। विकसित भारत किसी को बेवजह छेड़ता नहीं है। किसी देश के अन्दरूनी मामलों में हस्तक्षेप भी नहीं करता है। लेकिन यदि कोई अनावश्यक रूप से हमारे आन्तरिक मामलों में हस्तक्षेप करता है, सुरक्षा में सेंध लगाता है, तो यह नया भारत दुस्साहस करने वाले किसी भी तत्व को नहीं छोड़ता है। कल भारत की ताकत का एहसास पूरी दुनिया ने किया। आने वाले समय में भी दुनिया भारत की इस ताकत का एहसास करेगी। विकसित भारत के लिए नागरिक कर्तव्य अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं। आप जिस क्षेत्र से सम्बन्धित हैं, उस क्षेत्र में ईमानदारीपूर्वक कर्तव्यों का निर्वहन करें।

वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना तथा माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती गुलाब देवी ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। इस अवसर पर प्रभारी मुख्य सचिव श्री अनिल कुमार, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा श्री दीपक कुमार, सलाहकार मुख्यमंत्री श्री अवनीश कुमार अवस्थी, महानिदेशक स्कूली शिक्षा श्रीमती कंचन वर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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