लखनऊ:(द दस्तक 24 न्यूज़) 04 जुलाई, 2024 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर वन महोत्सव 2024 ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के अन्तर्गत पौधरोपण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने ग्लोबल वॉर्मिंग जैसी चुनौतियों से बचने के लिए देशवासियों से ‘एक पेड़ मां के नाम’ लगाने का अभिनव आह्वान किया है। आज इसी श्रृंखला में उन्होंने मुख्यमंत्री आवास पर एक पेड़ लगाया है।
मुख्यमंत्री जी ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की शुरुआत के लिए प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आगामी 20 जुलाई को पूरे प्रदेश में, प्रदेश की आबादी के बराबर पौधरोपण के लिए हर व्यक्ति अपनी मां के नाम पर एक पेड़ जरूर लगाए और वृक्षारोपण महा अभियान का हिस्सा बने। इसके लिए प्रदेश की नर्सरियों में 54 करोड़ पौधे तैयार किए गए हैं। इनमें पर्यावरण के लिए अत्यंत उपयोगी हर प्रकार के पेड़ हैं। जिनमें पीपल, पाकड़, बरगद, देसी आम, जामुन, अमरुद, शीशम और सागौन के पौधे शामिल हैं। पूरे प्रदेश में अलग-अलग वैरायटी के पौधे लगाए जाएंगे। हर ग्राम पंचायत से लेकर नगर निकाय, पार्क, सड़क के किनारे तथा खाली जगहों पर व्यापक पैमाने पर यह अभियान चलेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को सहजन का एक पौधा निःशुल्क उपलब्ध कराने का कार्य कर रही है। सहजन किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत उपयोगी है। यदि इसकी फली की सब्जी बनाकर अथवा सूप के रूप में उपयोग किया जाए, तो यह कुपोषण को दूर करने में बहुत बड़ी भूमिका का निर्वहन कर सकता है। प्रदेश सरकार ने 02 वर्ष पहले भी प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों के घर में सहजन का एक-एक पेड़ लगाया था। यह पेड़ अब काफी बड़े हो चुके हैं। इस बार भी हम इस अभियान को आगे बढ़ाएंगे। हमारे पास लगभग 55 लाख सहजन के पौधे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासी वन महोत्सव के साथ-साथ पवित्र वृक्षारोपण महा अभियान का हिस्सा बनकर पर्यावरण की चुनौती का सामना करने के लिए आगे आएंगे। इसी विश्वास के साथ ‘एक पेड़ मां के नाम’ कार्यक्रम से आज वह लखनऊ में जुड़े हैं।
मुख्यमंत्री जी ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि हर प्रदेशवासी ‘वृक्षारोपण महाअभियान’ का हिस्सा बने। प्रदेश सरकार ‘वृक्षारोपण महा अभियान’ में 30 से 35 करोड़ पौधारोपण का कार्यक्रम आयोजित करेगी। रोपित पौधों की देखभाल हो सके, इसके लिए समय-समय पर कार्यक्रम चलेंगे। जो व्यक्ति पेड़ लगाएगा वह उसकी सुरक्षा करते हुए इस पूरे अभियान का हिस्सा बनेगा।