लखनऊ:चंद्रा पोस्ट ग्रेजुएट डेंटल कॉलेज व अस्पताल के प्रोथोडोन्टिक्स विभाग में दांतों का अत्याधुनिक इंप्लांट तकनीक से प्रत्यारोपण करने के लिए कार्यशाला व संगोष्ठी का आयोजन संपन्न

चंद्रा पोस्ट ग्रेजुएट डेंटल कॉलेज व अस्पताल के प्रोथोडोन्टिक्स विभाग में दांतों का अत्याधुनिक इंप्लांट तकनीक से प्रत्यारोपण करने के लिए कार्यशाला व संगोष्ठी का आयोजन दिनांक 14 अक्टूबर 2023 दिन शनिवार को सफलतापूर्वक संपन्न किया गया l

इसमें किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय के दांत संकाय के डॉ. कमलेश्वर ने विभिन्न मरीजों में डेंटल इम्प्लांट लोडिंग की पद्धतियों को प्रस्तुत किया। नवीनतम प्रगति के साथ दंत प्रत्यारोपण को पारंपरिक तकनीक की तुलना में तुरंत बहाल किया जा सकता है, जिसमें लगभग 3 से 6 महीने का समय लगता है। इम्प्लांट लोडिंग की नवीनतम तकनीक समय बचाने वाली है और यह पारंपरिक तकनीक में किए गए कुछ सर्जिकल चरणों को खत्म कर देती है। यह रोगी की सुंदरता, वाणी और अन्य कार्यों को तुरंत बहाल करता है।

प्रोथोडोन्टिक्स विभाग के विभाग प्रमुख डॉक्टर अरविंद कुमार सिंह के अनुसार विभाग में करीब 15 से 20 मरीज का हर महीने इंप्लांट विधि द्वारा दांतों का प्रत्यारोपण किया जाता है |

डॉक्टर सुलभ ग्रोवर ने बताया कि इंप्लांट द्वारा दांतों का प्रत्यारोपण करने में मरीजों को जरा भी तकलीफ नहीं होती और ना ही दूसरे किसी दांतों को कोई नुकसान होता है।
डॉक्टर श्रुति शर्मा ग्रोवर ने इंप्लांट तकनीक के बारे में बताया कि इस विधि में टाइटेनियम की एक जदनुमा स्क्रू को हड्डी में अत्याधुनिक मशीन द्वारा डाला जाता है तत्पश्चात जब वह हड्डी से जम जाता है तब उसे पर कृत्रिम दांत लगा दिए जाते हैं जो की प्राकृतिक दांत की तरह ही कार्य करते हैं |

प्रधानाचार्य डॉक्टर आनंद किशोर ने बताया कि इस अवसर पर करीब 250 से 300 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया जिसमें दंत चिकित्सा के स्नातक व स्नातकोत्तर के विद्यार्थी शामिल थे |
डॉक्टर प्रतिम तालुकदार प्रवक्ता के रूप में तथा डॉक्टर आनंद किशोर (प्रधानाचार्य चंद्रा डेंटल कॉलेज), डॉक्टर श्रीश चरण श्रीवास्तव ( उप प्रधानाचार्य,चंद्रा डेंटल कॉलेज), डॉक्टर सुलभ ग्रोवर, डॉक्टर श्रुति शर्मा ग्रोवर व डॉक्टर अरविंद कुमार सिंह (विभाग प्रमुख) डा पंकज यादव , डा इंद्रेश ने आयोजन समिति सदस्य के रूप में हिस्सा लिया |