ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर असदुद्दीन ओवैसी का बयान सामने आया है। ज्ञानवापी मस्जिद में हो रहे सर्वे को लेकर ओवैसी ने कहा कि हमने बाबरी मस्जिद को खोया है अब दूसरी मस्जिद को हरगिज नहीं खोएंगे। उन्होंने कहा कि देश में कभी कोई मुस्लिम वोट बैंक नहीं था और न ही होगा, अगर मुस्लिम सरकार बदल सकते तो भारतीय संसद में इतना कम मुस्लिम प्रतिनिधित्व नहीं होता। AIMIM प्रमुख ने इसी के साथ एक बार फिर बाबरी मस्जिद का मुद्दा उठाया और पूछा कि अगर हम हकूमत बदलने की हिम्मत रख सकते थे तो बाबरी पर यह फैसला कभी आता
सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि हम अब किसी और मस्जिद को खोने नहीं देंगे, ज्ञानवापी मस्जिद थी और रहेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पुराने 1991 के कानून का उल्लंघन कर रही है। ओवैसी ने इसी के साथ विपक्षी पार्टियों पर भी मौन धारण करने का आरोप लगाया
बता दें कि ज्ञानवापी प्रकरण में एडवोकेट कमिश्नर की कार्यवाही पहले दिन पुख्ता सुरक्षा इंतजाम में पूरी हो गई है। सर्वे टीम ने 53 कर्मियों के साथ तीन तहखाने चाबियों से खोले। पहले दिन का सर्वे पर हिंदू पक्षकारों ने संतुष्टि जताई है। अब कल एक बार फिर सर्वे किया जाएगा। गौरतलब है कि वाराणसी कोर्ट में चल रहे केस में इस मस्जिद में ऐसी निशानियों के मौजूद होने का दावा किया है, जो इसके मंदिर होने की तरफ इशारा करती हैं।
एआइएमआइएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की तरह ही उनके भाई और विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी (Akbaruddin Owaisi) ने भी कल एक विवादित बयान दिया था। उन्होंने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। राज ठाकरे का नाम लिए बिना अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैं यहां किसी को जवाब देने या बुरा कहने नहीं आया हूं। तुम्हारी औकात नहीं है कि मैं तुम्हें जवाब दूं। इसके बाद लाउडस्पीकर विवाद पर अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा कि कुत्ता भौंकता है तो उसे भौंकने दो।