द एशेज सीरीज का लॉर्ड्स टेस्ट बेन स्टोक्स की पारी के साथ 4 विवादों के लिए भी जाना जाएगा। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने चौथी पारी में 155 रन बनाए, लेकिन उनकी टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 43 रन से मैच हार गई। मुकाबले में 4 बड़े विवाद भी खड़े हुए। जिन्हें हम इस स्टोरी में सिलसिलेवार तरीके से जानेंगे।
मैच के पहले ही जस्ट स्टॉप ऑयल के 2 प्रदर्शनकारी मैदान में घुस गए। चौथेत दिन मिचेल स्टार्क के कैच से विवाद खड़ा हुआ। उनके बाद इंग्लिश विकेटकीपर जॉनी बेयरस्टो के रनआउट पर भी सवाल खड़े हुए। सोशल मीडिया पर इन मामलों पर बहस चल ही रही थी कि पांचवें दिन का पहला सेशन खत्म होने के बाद ऑस्ट्रेलियाई ओपनर MCC मेंबर से भिड़ गए।
5वें दिन पहले सत्र के बाद सभी खिलाड़ी ड्रेसिंग रूम की ओर लौट रहे थे। तभी ख्वाजा लॉर्ड्स स्टेडियम में बने लॉन्ग रूम में MCC (मेरिलबोन क्रिकेट क्लब) के सदस्यों से भिड़ गए। बहस बढ़ने पर सुरक्षाकर्मी ने ख्वाजा और मेंबर्स को अलग किया।
MCC ने एक सोशल पोस्ट के जरिए ऑस्ट्रेलियाई टीम से माफी मांगी। MCC ने पोस्ट में लिखा, ‘वर्ल्ड क्रिकेट में लॉन्ग रूम यूनिक है और वहां से पवेलियन तक जाना खिलाड़ियों का अधिकार है। सुबह के खेल के बाद सभी के इमोशंस हाई थे, आवेश में आकर हमारे कुछ सदस्यों ने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से बहस की। हम ऑस्ट्रेलियाई टीम से इस व्यवहार के लिए माफी मांगते हैं। जिन सदस्यों ने अनुशासनहीनता की, उन पर एक्शन लिया जाएगा।’
पहले सेशन के बाद जब ऑस्ट्रेलियाई टीम ड्रेसिंग रूम की तरफ जा रही थी, तभी एक MCC मेंबर ने कमेंट किया। जवाब में ऑस्ट्रेलिया के उस्मान ख्वाजा ने पलटवार किया। इसके बाद बहस शुरू हो गई। बहस के बाद सुरक्षाकर्मियों ने बीच-बचाव किया।
5वें दिन इंग्लिश टीम 371 रन का टारगेट चेज कर रही थी। कप्तान बेन स्टोक्स ने बेन डकेट के साथ 132 रन की साझेदारी की। डकेट के आउट होने के बाद विकेटकीपर जॉनी बेयरस्टो और स्टोक्स ने साझेदारी शुरू की, लेकिन 52वें ओवर की आखिरी गेंद पर बेयरस्टो रन आउट हो गए। उनके रनआउट पर विवाद खड़ा हो गया। बेयरस्टो ओवर की आखिरी गेंद को छोड़ने के बाद स्टोक्स से बात करने के लिए क्रीज से बाहर निकल गए। उन्हें क्रीज से बाहर देख ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने बॉल को थ्रो किया और गिल्लियां बिखेर दीं।
बेयरस्टो विकेटकीपर, फील्डर या अंपायर को बता कर क्रीज से बाहर नहीं निकले थे। इसीलिए गेंद डेड नहीं हुई और ऑस्ट्रेलिया की अपील के बाद थर्ड अंपायर ने भी बेयरस्टो को आउट करार दे दिया। नियम के अनुसार, बेयरस्टो आउट थे। लेकिन यहां ‘खेल भावना’ का मुद्दा खड़ा हो गया। दरअसल, बेयरस्टो रन लेने के लिए क्रीज से बाहर नहीं निकले थे, वह तो ओवर खत्म होने के बाद अपने साथी से चर्चा करने के लिए जा रहे थे। ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर ने इसी बात का फायदा उठाया और डायरेक्ट थ्रो मार दिया। बेयरस्टो 10 रन बनाकर आउट हो गए।
नियमों के अनुसार, बेयरस्टो आउट थे। लेकिन ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर के थ्रो को स्टेडियम में बैठे इंग्लिश फैंस ने पंसद नहीं किया। फैंस ने फिर पूरे मैच के दौरान ‘चीटर्स..चीटर्स…’ कहकर ऑस्ट्रेलिया टीम की हूटिंग की।
बेयरस्टो के विकेट के बाद उनके साथ रहे बेन स्टोक्स ने अपना रुख बदला और खुलकर शॉट्स लगाने शुरू कर दिए। उन्होंने कैमरन ग्रीन के एक ओवर में 3 लगातार छक्के लगाए और अपना शतक पूरा किया। उन्होंने गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के साथ सेंचुरी पार्टनरशिप भी की, लेकिन अपनी टीम को जीत दिलाने से पहले विकेट गंवा बैठे। उन्होंने 155 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया 43 रन से मुकाबला हार गई।
चौथ दिन का खेल खत्म होने में 2 ओवर बचे थे। इंग्लिश ओपनर बेन डकेट (50 रन) को कैमरन ग्रीन ने 29वें ओवर की 5वीं गेंद बाउंसर फेंकी। डकेट ने अपर कट खेला, लेकिन बॉल बैट के बॉटम हिस्से पर लगकर फाइन लेग की ओर चली गई। जहां स्टार्क ने कैच पकड़ लिया। थर्ड अंपायर ने नो-बॉल चेक की और डकेट पवेलियन लौटने लगे। तभी फील्ड अंपायर ने बैटर को रोक लिया और थर्ड अंपायर के फैसले का इंतजार करने को कहा।
थर्ड अंपायर ने रिप्ले में देखा कि कैच पकड़ने के बाद स्टार्क का हाथ जमीन से टकराया। गेंद का एक हिस्सा पूरी तरह जमीन पर और दूसरा हिस्सा फील्डर के हाथ में था। थर्ड अंपायर ने अपने फैसला दिया और बैटर नॉटआउट रहे।
थर्ड अंपायर के फैसले पर बहस करते नजर आए कमिंस थर्ड अंपायर मरे इरासमस के फैसले से ऑस्ट्रेलियाई प्लेयर्स निराश नजर आए। उनके कप्तान पैट कमिंस इस बारे में फील्ड अंपायर से बहस करते भी दिखे, लेकिन थर्ड अंपायर का फैसला कायम रहा। अगर डकेट आउट हो जाते तो स्टंप्स पर ही इंग्लैंड का स्कोर 113 रन पर 5 विकेट हो जाता।
MCC ने बताया- क्यों सही था कैच क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने सोशल मीडिया हैंडल पर अंपायर के फैसले का समर्थन किया। MCC ने बताया, ‘नियम 33.3 के अनुसार, कैच तभी क्लीन माना जाएगा जब गेंद पर फील्डर का पूरा कंट्रोल हो। उससे पहले गेंद जमीन से नहीं टकरानी चाहिए। स्टार्क ने जब कैच लिया तब वह डाइव कर रहे थे, यानी उनका गेंद पर पूरा कंट्रोल नहीं था। डाइव के दौरान गेंद जमीन से टकरा गई, यानी कैच क्लीन नहीं था। इसीलिए थर्ड अंपायर का फैसला सही है।’
ग्लेन मैक्ग्राथ ने डिसिजन को ‘बकवास’ बताया ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्राथ इस फैसले के दौरान BBC के लिए कॉमेंट्री कर रहे थे। उन्होंने कॉमेंट्री करते हुए फैसले को बकवास बताया। उन्होंने कहा, ‘यह सबसे खराब डिसिजन है। कैच क्लीन है, बॉल पर पूरी तरह से स्टार्क का कंट्रोल था, फैसला नॉटआउट नहीं दिया जा सकता। मैं माफी मांगना चाहूंगा, लेकिन ये बकवास है। मुझे विश्वास नहीं हो रहा! कैच पूरी तरह से क्लीन है।’
बेन डकेट के शॉट पर मिचेल स्टार्क ने फाइन लगे की दिशा में बॉल पकड़ी। उनका हाथ जमीन से टकराया, उसी वक्त गेंद भी जमीन को छू रही थी। बैटर बाहर भी जाने लगे, लेकिन थर्ड अंपायर ने उन्हें नॉटआउट करार दिया।
बेन डकेट के शॉट पर मिचेल स्टार्क ने फाइन लगे की दिशा में बॉल पकड़ी। उनका हाथ जमीन से टकराया, उसी वक्त गेंद भी जमीन को छू रही थी। बैटर बाहर भी जाने लगे, लेकिन थर्ड अंपायर ने उन्हें नॉटआउट करार दिया।
पहले दिन के एक ओवर बाद ही 2 प्रदर्शनकारी मैदान में घुस गए। इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स ने उन्हें रोकना चाहा, लेकिन प्रोटेस्टर नहीं रुके। उनके बाद विकेटकीपर जॉनी बेयरस्टो ने एक प्रदर्शनकारी को कंधे पर उठाकर बाहर कर दिया, जबकि दूसरे को सिक्योरिटी ने बाहर पहुंचाया।
दोनों प्रदर्शनकारियों ने ‘जस्ट स्टॉप ऑयल’ लिखी टी-शर्ट पहन रखी थी। प्रदर्शनकारियों के हाथ में ऑरेंज कलर का पाउडर भी था। इसे उन्होंने बेयरस्टो पर फेंका, जिस कारण उनकी टीशर्ट भी खराब हो गई। घटना के बाद मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने कहा कि तीन प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है।
इस पूरे वाकये के दौरान बेयरस्टो के कपड़े खराब हो गए। बेयरस्टो तुरंत मैदान से बाहर गए और ड्रेसिंग रूम से टी-शर्ट चेंज कर ने के बाद फील्डिंग करने लौटे।