यूके की प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने सिर्फ छह हफ्तों के अंदर ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही एक बार फिर कंजर्वेटिव पार्टी अपना नेता चुनने की तरफ बढ़ चुकी है। ट्रस ने कहा है कि नए नेता का चुनाव एक हफ्ते के अंदर होगा। बुकीज का दांव अब भारतीय मूल के ऋषि सुनक और पेनी मोरदाउंट पर है। माना जा रहा है कि दोनों में से कोई एक अगला पीएम हो सकता है। लेकिन इन सबसे अलग पार्टी के कई नेता पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन की वापसी चाहते हैं।
63 फीसदी सांसदों की पसंद जॉनसन हैं
कंजर्वेटिव पार्टी के बहुत से नेता चाहते थे कि ट्रस को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। इसके बाद सब बुधवार को गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने इस्तीफा देने का ऐलान किया तो ट्रस पर दबाव बढ़ गया। YouGov पोल में पार्टी के 55 फीसदी सदस्यों का कहना है कि चुनाव की स्थिति में वह सुनक को वोट करेंगे। वहीं 63 फीसदी सदस्य मानते हैं कि पूर्व पीएम जॉनसन बेहतर विकल्प हो सकते हैं। 32 फीसदी नेताओं ने उन्हें टॉप कैंडीडेट करार दिया। 23 फीसदी सदस्य सुनक के पक्ष में हैं।
60 फीसदी सदस्य मानते हैं कि सुनक को रिप्लेसमेंट के तौर पर लाना एक अच्छा आइडिया हो सकता है। वहीं, 47 फीसदी सदस्यों ने जर्मी हंट को वोट दिया है। पेनी मोरदाउंट के पक्ष में 54 फीसदी सदस्य हैं। 62 फीसदी लोग रक्षा मंत्री बेन वॉलेस के पक्ष में हैं। पार्टी के सांसदों का मानना है कि वो देश के भविष्य के लिए एक बेहतर नेता का चुनाव कर पाएंगे।
ट्रस ने जनता से माफी मांगी
ट्रस ने अपने इस्तीफे में लिखा है, ‘सरकार का काम उन लोगों पर निर्भर है जो अपनी जिम्मेदारी संभालते हैं और गलतियों को मानते हैं। हमें ऐसा लगता है कि हमने कोई गलती नहीं की है और उम्मीद करना कि जादुई तरीके से सारी चीजें सही हो जाएंगी, गंभीर राजनीति नहीं है।’ ट्रस ने सोमवार को जनता से माफी मांगी थी और कहा था कि वह काफी तेजी से ढेर सारे सुधार करना चाहती थी। ट्रस ने जिन सुधारों का ऐलान किया था उनकी वजह से देश में आर्थिक संकट पैदा हो गया। ट्रस की सरकार ने पिछले महीने ही बाजार में जारी अस्थिरता के बीच ही ऋण-ईधन टैक्स में कटौती का ऐलान किया।
ब्रेवरमैन के बयान ने ट्रस की मुश्किलों को दोगुना कर दिया था
गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने अपना इस्तीफा देते हुए कहा कि उन्होंने गलतियां की हैं और जिम्मेदारी स्वीकारते हुए पद छोड़ रही हैं। आर्थिक सुधारों के अलावा ट्रस सरकार उस ट्रेड डील की वजह से भी अपने घर में घिर चुकी थी जो भारत के साथ होने वाली थी। ब्रेवरमैन के बयान ने ट्रस की मुश्किलों को दोगुना कर दिया था। उन्होंने कहा था, ‘भारत के साथ ट्रेड डील के बाद यूके में गैर-कानूनी अप्रवासन बढ़ जाएगा।’ ब्रेवरमैन का कहना था कि गैर-कानूनी तौर पर रहने वालों में भारतीयों की संख्या सबसे ज्यादा है। जिस समय उन्होंने बयान दिया भारत और यूके के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर बातचीत जारी थी।