छोटे शहरों से कई लोग मुंबई जाते हैं ताकि बॉलीवुड में अपनी जगह बना सकें। इनमें से कुछ ही कामयाब होते हैं और भोपाल के मनोज लालवानी भी उनमें से एक हैं। मनोज लालवानी बॉलीवुड से सालों से जुड़े हुए हैं। वह एक स्क्रीनप्ले और डायलॉग राइटर हैं। इसके अलावा उन्होंने फिल्मों और टीवी शोज का डायरेक्शन भी किया है।
अपने 30-35 साल के करियर में मनोज लालवानी ने बॉलीवुड के दिग्गज निर्देशकों जैसे सईद मिर्जा, कुंदन शाह, अजीज मिर्जा, नीरज वोरा, सुधीर मिश्रा के साथ काम किया है। वहीं, उन्होंने शाहरुख खान, गोविंदा, सलमान खान, रानी मुखर्जी जैसे बड़े स्टार्स की फिल्मों के स्क्रीनप्ले और डायलॉग्स भी लिखे हैं। मनोज लालवानी ने बॉलीवुड में अपनी जर्नी के अलावा इंडस्ट्री के लेटेस्ट ट्रेंड्स पर भी बात की।
मनोज लालवानी ने बताया कि वह इन दिनों एक वेबसीरीज की कहानी लिख रहे हैं जिसकी शूटिंग भी भोपाल में होगी। अक्टूबर-नवंबर के बीच इसकी शूटिंग शुरू हो जाएगी। मनोज बोले, भोपाल शूटिंग का नया हब बन चुका है। यहां दर्जनों वेब सीरीज और फिल्मों की शूटिंग हो रही है लेकिन ज्यादातर के बैकड्रॉप में भोपाल नहीं बल्कि किसी दूसरे शहर की कहानी दिखाई जाती है। मैं जो वेबसीरीज लिख रहा हूं, उसकी कहानी भोपाल की ही है तो दर्शक इससे ज्यादा बेहतर तरीके से कनेक्ट कर पाएंगे। ये मेरा पहला मौका है जब मैं किसी वेबसीरीज की कहानी लिख रहा हूं। फिल्मों और टीवी सीरियलों की दर्जनों स्क्रिप्ट लिख चुका हूं लेकिन वेब सीरीज की राइटिंग काफी अलग होती है। यहां एपिसोड दर एपिसोड कहानी लिखना और उसे आगे बढ़ाना दिलचस्प होता है और हर किरदार पर फोकस करने का भरपूर समय होता है।अपने स्ट्रगलिंग दौर को याद करते हुए मनोज लालवानी ने कहा, मेरी फैमिली में किसी का बॉलीवुड से कोई नाता नहीं था। मैंने B.Com किया था और लिखने का शौक था। मैं मुंबई पहुंच गया लेकिन वहां किसी को भी नहीं जानता था। शुरुआत में कुछ समझ नहीं आया कि कहां से शुरुआत करूं। फिर धीरे-धीरे बॉलीवुड से जुड़े लोगों से मिला तो उन्होंने मुझे स्क्रिप्ट राइटिंग में डिप्लोमा लेने की सलाह दी। मैंने 1989 में FTII पुणे से पांच हफ्तों का फिल्म एप्रिशिएशन कोर्स किया।
सबसे बड़ा ब्रेक मुझे टीवी शो 1989 में आने वाले शो सर्कस के जरिए मिला। डीडी1 पर आने वाला यह शो आज भी याद किया जाता है। इसमें मैंने प्रोड्यूसर सईद मिर्जा, कुंदन शाह और अजीज मिर्जा के साथ मिलकर कॉन्सेप्ट और कंटेंट डेवलपमेंट,स्क्रीनप्ले और डायलॉग्स पर काम किया। शो में शाहरुख खान भी थे। उस शो के बाद उनसे बहुत अच्छी बॉन्डिंग हो गई। इस शो के अलावा भी मैंने उनके साथ काफी काम किया है।
शाहरुख की राजू बन गया जेंटलमैन, वन टू का फॉर, फिर भी दिल है हिंदुस्तानी जैसी फिल्मों के स्क्रीनप्ले और डायलॉग्स लिखे। इतने सालों से शाहरुख के साथ काम कर रहा हूं। सर्कस से लेकर आज तक के दौर में भी उनकी मेहनत में कोई कमी नहीं आई है और ना ही उनके व्यवहार में कोई बदलाव देखा है। वह इतने बड़े स्टार बन चुके हैं लेकिन आज भी वह सेट पर सीखने के जज्बे से ही आते हैं।
बॉलीवुड की लगातार फ्लॉप होती फिल्मों पर मनोज बोले, साउथ लार्जर देन लाइफ सिनेमा को बेहतरीन ढंग से पेश कर रहा है इसलिए सफल है। दूसरी सबसे अहम् बात ये है कि वो अपने कल्चर पर शर्म महसूस नहीं करते बल्कि उसे गर्व से दिखाते हैं। बॉलीवुड को भी अब ऐसा सिनेमा बनाना पड़ेगा जो जमीन से जुड़ा हुआ लगे। फॉरेन लोकेशन, ग्लैमरस चेहरे, पेड़ के इर्द-गिर्द नाचने-गाने वाले सुपरस्टार्स में अब वो अपील नहीं बची। अब तो दर्शकों को अच्छा कंटेंट चाहिए जो कि उन्हें ओटीटी पर मिल भी रहा है इसलिए बॉलीवुड को अपनी वर्किंग स्ट्रेटजी में बदलाव करने ही होंगे।