हरदोई में 100 दिन का रोजगार देने में ढिलाई, 11 को नोटिस

हरदोई में गांव में ही श्रमिकों को रोजगार की वरीयता में जिम्मेदारों की अनदेखी भारी पड़ रही है। मनरेगा जॉब कार्डधारकों को 100 दिन के रोजगार के चलाए गए अभियान में 11 विकास खंडों के कार्यक्रम अधिकारियों ने लापरवाही बरती है। इन विकास खंडों में तय परिवारों में से सभी को 100 दिन का रोजगार नहीं दिया जा सका है। जिससे श्रमिकों को गांव में ही काम नहीं मिल पाया और मनरेगा की प्रगति भी प्रभावित हुई है।

मनरेगा की अपर जिला कार्यक्रम समन्वयक सीडीओ ने समीक्षा में पाया कि 19 में से 11 विकास खंडों में 100 दिन के रोजगार अभियान में लापरवाही बरती गई है। समीक्षा में मिला कि विकास खंड अहिरोरी में 1,251, सांडी में 1,756, बिलग्राम में 3,722, भरावन में 1,865, शाहाबाद में 3,312, टोडरपुर में 1,851, माधौगंज में 3,261, टड़ियावां में 2,322, बेहंदर में 2,006, हरपालपुर में 1,177, कछौना 947 परिवारों को अभी तक 100 दिन का रोजगार नहीं दिलाया जा सका है।

मनरेगा में 100 दिन के रोजगार की गारंटी पूरी करने में लारवाही पर सीडीओ सौम्या गुरूरानी ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने इन विकास खंडों के कार्यक्रम अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। कहा है कि तीन दिन के अंदर साक्ष्य सहित जवाब प्राप्त कराएं। जवाब संतोषजनक और प्राप्त न होने पर संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने अहिरोरी के कार्यक्रम अधिकारी सौरभ कुमार पांडेय, सांडी के विजय नरायन राजपूत, बिलग्राम के अल मो. काजमी, भरावन की कार्यक्रम अधिकारी रीता सिंह, टोडरपुर के शीतला प्रसाद, माधौगंज के प्रवीन कुमार, टड़ियावां के नरोत्तम कुमार, हरपालपुर के राजीव कुमार गुप्ता और कछौना के धर्मेश चंद्र पांडेय सहित शाहाबाद व बेहंदर के कार्यक्रम अधिकारियों को चेतावनी दी है कि 15 दिन में चिह्नित जॉब कार्डधारक श्रमिकों को 100 दिन का रोजगार पूरा न कराया गया तो, वेतन भुगतान पर रोक लगा दी जाएगी।