संजय शेरपुरिया के रिमांड का आखिरी दिन, गुजरात में भी लोगों को ठगा

महाठग संजय शेरपुरिया ने गुजरात में नौकरी और सरकारी मदद दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी की थी। सोमवार को विभूतिखंड पुलिस जब उसको लेकर गुजरात पहुंची तो उसकी ठगी के कई शिकार लोग भी पहुंच गए।

जांच में सामने आया है कि उसने गांधीनगर, अहमदाबाद और सूरत में उसने कई व्यापारियों और अफसरों से काम कराने के नाम पर पैसे ठगे हैं। वहीं नौकरी के नाम पर सैकड़ों युवाओं से लाखों की ठगी का खुलासा होने के बाद अपना ऑफिस बंद कर दिल्ली भागा था।
आज शाम चार बजे शेरपुरिया की पुलिस कस्टडी रिमांड पूरी हो जाएगी। उसके बाद उसे न्यायालय में पेश कर गोसाईगंज जेल भेजा जाएगा। पुलिस सोमवार देर रात शेरपुरिया को लेकर लखनऊ पहुंची। यहां आज ईडी, एसटीएफ और पुलिस टीम उससे जुड़े लोगों के विषय में कुछ शेष बची जानकारी लेगी। दिल्ली और गुजरात में छापेमारी के दौरान टीम को उसके ठिकानों से महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले हैं। इसके साथ ही वह किन लोगों के माध्यम से बड़े नेताओं के करीब पहुंचा, इसके भी कई राज सामने आए हैं।

पुलिस आरोपित का लैपटॉप कब्जे में लेकर छानबीन कर रही है। वहीं पुलिस शेरपुरिया के फोन से डिलीट चैट को रिकवर करने का प्रयास कर रही है। सूत्रों का कहना है कि गुजरात में स्टेट बैंक आफ इंडिया से 349.12 करोड़ रुपए लोन लेने के बाद नहीं चुकाने को लेकर भी पुलिस ने छानबीन की है। इससे जुड़े दस्तावेज बैंक से भी पुलिस ने लिए हैं। गुजरात में आरोपित और उसकी पत्नी के नाम दर्ज संपत्ति की जानकारी भी पुलिस जुटा रही है।
शेरपुरिया के खिलाफ दर्ज मुकदमे की विवेचना में करोड़ों की संपत्ति हड़पने और कई अन्य बड़े फर्जीवाड़े की बात सामने आई है। इसको देखते हुये विभूतिखंड पुलिस ने अधिकारियों से पत्र लिखकर इसकी विवेचना STF से कराने की बात कही है।