दक्षिण कश्मीर के शोपियां में शनिवार को हुई एक मुठभेड़ में धोखे से सेना के दो जवान बलिदान हो गए। इस दौरान जवाबी कार्रवाई में लश्कर-ए-तैयबा का एक आतंकी भी मार गिराया। दरअसल, जिस मकान में आतंकी छिपा था, उस घर के मालिक ने सुरक्षाबलों को गुमराह किया। उसने जवानों से कहा कि मकान के भीतर कोई आतंकी नहीं है, वह जवानों को मकान के अंदर आतंकी की सीधी फायरिंग रेंज में ले गया, जिससे जवानों को बचने का मौका नहीं मिला। सुरक्षाबलों ने आतंकी के शरणदाता मकान मालिक को गिरफ्तार कर लिया है। मारा गया लश्कर का आतंकी अब्दुल क्यूम डार जिला पुलवामा के लारू काकपोरा का रहने वाला था। वहीं, वीरगति को प्राप्त हुए सैन्यकर्मी में संतोष यादव उत्तर प्रदेश और रोमित ठाणे, महाराष्ट्र के रहने वाले थे।संबंधित अधिकारियों ने बताया कि शोपियां के चेरमर्ग में आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर तड़के सेना और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया। सुरक्षाबलों को एक मकान में आतंकियों के छिपे होने का संदेह हुआ। उन्होंने उसी समय मकान को चारों तरफ से घेर लिया और साथ सटे अन्य मकानों से लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया। उन्होंने संदिग्ध मकान के मालिक गौहर अहमद बट को उसके स्वजन समेत बाहर बुलाया। गौहर से पूछा गया कि क्या उसके मकान में कोई आतंकी है, तो उसने साफ इन्कार कर दिया।
जवानों को आतंकी की सीधी फायरिंग रेंज में ले गया गौहर
सुरक्षाबल गौहर के साथ उसके मकान में दाखिल हुए। वह जवानों को उस हिस्से में ले गया, जहां से आतंकी उन पर सीधा फायर कर सकते थे। उसने सुरक्षाबलों से कहा कि मकान में कोई आतंकी नहीं है और कमरे खोलकर दिखाने लगा। इसी दौरान वहां छिपे आतंकी ने ताबड़तोड़ गोलीबारी कर दी। इसमें दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें उसी समय अस्पताल में पहुंचाने का बंदोबस्त करते हुए अन्य जवानों ने जवाबी कार्रवाई की। मकान मालिक को भी आतंकी की फायरिंग से बचाते हुए सुरक्षित बाहर लाया गया। करीब एक घंटे तक दोनों तरफ से गोलियां चलीं और मकान में छिपे आतंकी के मारे जाने के साथ ही मुठभेड़ समाप्त हो गई। मारे गए आतंकी के पास से एक पिस्तौल और एक एसाल्ट राइफल व अन्य साजो सामान मिला है। इस बीच, अस्पताल में डाक्टरों ने दो जवानों को बलिदानी करार दे दिया।