आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी एक बार सुर्खियों में है। राजस्थान में ललित मोदी का विवादों से पुराना नाता रहा है। वसुंधरा राजे के शासन काल में ललित मोदी सुपर सीएम कहलाते थे। मोदी भ्रष्टाचार का चेहरा बन गए थे। कांग्रेस ने ललित मोदी और वसुंधरा राजे के संबंधों के मुद्दे को खूब भुनाया। जिसका परिणाम यह हुआ कि 2008 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की करारी हार हुई और वसुंधरा राजे की मुख्यमंत्री पद से विदाई हो गई। मोदी के संबंधों को लेकर विरोधी आज भी वसुंधरा राजे को गाहें-बगाहे घेरने से बाज नहीं आते हैं। कांग्रेस ने वसुंधरा राजे के पहले कार्यकाल के अंतिम दिनों में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंचने का आरोप लगाया था। ललित मोदी इसका प्रतीक बन गए। वसुंधरा राजे का आरोप था कि कांग्रेस पार्टी उन्हें और ललित मोदी को बदनाम करने के लिए लगातार अभियान चला रही है। उल्लेखनीय है कि ललित मोदी ने ऐलान किया है कि वह अभिनेत्री सुष्मिता सेन को डेट कर रहे हैं। दोनों की शादी की चर्चाएं जोर पकड़ने लगी है।
1990 के दशक में वसुंधरा राजे और ललित मोदी की पहली मुलाकात हुई थी। वसुंधरा राजे के सीएम बनने पर सुपर सीएम बनने के रूप में मशहूर हुए थे। दिसंबर 2004 में जब राजस्थान में बीजेपी की सरकार बनी और वसुंधरा राजे सिंधिया सीएम बनीं तो लोग ललित मोदी को सुपर सीएम कहकर बुलाने लगे थे। वसुंधरा राजे जब पहली बार राजस्थान की सीएम बनी तो मोदी ने उनके साथ अपनी नजदीकियों का भरपूर फायदा उठाया था। परिणाम यह हुआ कि ललित मोदी राजस्थान में सुपर सीएम के रूप में मशहूर हो गए। उस समय कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि ललित मोदी और वसुंधरा राजे के गठजोड़ की वजह से राजस्थान में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है। उस समय कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया था कि ललित मोदी और मीनल मोदी ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर आमेर में दो हवेलियां अपने नाम करवा ली। जबकि यह पुरातत्व विभाग के निर्णयों के खिलाफ था।
दरअसल, राजस्थान में ललित युग का उदय 2004 के आखिरी सप्ताह से ही हुआ था। यह वह समय था जब राज्य में बीजेपी की सरकार बनी और वसुंधरा राजे सीएम बनीं। 2005 के खत्म होते-होते ललित मोदी पूरे प्रदेश में लाइम लाइट में आ गए। मंत्री से लेकर अधिकारी सब इनके दरबार में हाजिरी लगाने लगे। किसी भी काम के लिए सीएम की जगह ललित मोदी से पहले बात करनी पड़ती थी। चर्चा होने लगी की ललित मोदी राजस्थान के सुपर सीएम हैं। मोदी ने ब्रिटिश अाव्रजन आयोग को जो हलफनामा दिया है उसमें उन्होंने उल्लेख किया है कि उनकी दादी और वसुंधरा राजे सिंधिया की मां सहेलियां थीं। वहीं, वसुंधरा राजे और मोदी की पत्नी मीनल भी स्कूल की दोस्त थीं। 2012 एवं 2013 में वसुंधरा मोदी की पत्नी मीनल को इलाज के लिए लिस्बन लेकर गई थीं।