लखीमपुर खीरी मामले में सुप्रीम कोर्ट की यूपी सरकार, पुलिस पर की गई टिप्पणियों पर कांग्रेस ने शीर्ष अदालत को धन्यवाद दिया है। वहीं मामले में आरोपी ठहराए गए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी पर हत्या के पुराने मामले में साढ़े तीन साल से कोई फैसला न आने और 17 साल तक मामला सूचीबद्ध न किए जाने पर इलाहाबाद हाईकोर्ट पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट संदेह के घेरे में है।उन्होंने माना कि कोर्ट पर उनकी टिप्पणी अवमानना की क्षेणी में आती है लेकिन दस्तावेज पेश करते हुए कहा कि अजय मिश्रा और अन्य के खिलाफ 19 जून, 2004 में हत्या के मुकदमे में अपील दायर हुई थी। जबकि हाईकोर्ट में 17 साल बाद मुकदमा सूचीबद्ध हुआ।
इस बीच 12 मार्च, 2018 को हत्या के मामले में कोर्ट ने अपना आदेश सुरक्षित रखा है। साढ़े तीन साल बीत गए हैं। फैसला लंबित है, ऐसे में जज साहब को बहस कैसे याद रह सकती है। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि एक नागरिक के तौर पर मैं सुप्रीम कोर्ट से आग्रह करता हूं कि अजय मिश्रा टेनी के पुराने मामले का भी संज्ञान लेना चाहिए और स्पेशल जज 20 अक्तूबर को इसपर भी निर्णय दें।