कुशीनगर: स्वामी प्रसाद मौर्य की फाजिलनगर सीट के एक बूथ की मतगणना पर लगी रोक

कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के फाजिलनगर विधानसभा से दिग्गज नेता स्वामी प्रसाद मौर्य चुनाव लड़ रहे हैं. उस विधानसभा क्षेत्र के एक बूथ पर पड़े वोट की काउंटिंग उत्तर प्रदेश चुनाव आयोग ने रोक दी है. इस बूथ के वोटों की गिनती उसी हालत में की जाएगी जब जीत हार सिर्फ उस बूथ पर पड़े वोट से निर्धारित हो. विधानसभा चुनाव के दौरान कुशीनगर जिले के फाजिलनगर विधानसभा सभा क्षेत्र के 105 नम्बर बूथ पर मॉकपोल के वोट डिलीट किए बिना मतदान कराकर ईवीएम जमा करा दी गई. इसकी रिपोर्ट मिलने के बाद उत्तर प्रदेश निर्वाचन आयोग ने उक्त बूथ की मतगणना पर रोक लगा दी है. हार-जीत का अंतर बूथ पर पड़े मतों से बराबर या कम होने पर ही वीवीपैट की पर्ची के आधार पर अलग से गणना होगी.

आपको बताते चलें कि छठे चरण के चुनाव में गत 7 मार्च को फाजिलनगर विधानसभा के प्राथमिक विद्यालय बरवा राजापाकड़ के 105 नंबर बूथ पर राजनीतिक दलों के अभिकर्ताओं से मॉकपोल कराया गया था. इस प्रक्रिया मेंविभिन्न प्रत्याशियों के मत डाल कर यह चेककिया जाता है कि जिस व्यक्ति के पक्ष में मतदान किया, उसे ही मिला है या नहीं. मॉकपोल के बाद नियमानुसार ईवीएम चेक करने के बाद मॉकपोल के मतों को डिलीट करने के बाद मतदान शुरू कराया जाता है. लेकिन मतदानकर्मियों ने मॉकपोल डिलीट नहीं किया और मतों के साथ ही मतदान शुरू करा दिया. इस बात की जानकारी चुनाव प्रेक्षक को हुई तो उन्होंने इसकी रिपोर्ट उत्तर प्रदेश निर्वाचन आयोग को दी.रिपोर्ट के आधार पर यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जिला निर्वाचन अधिकारी डीएम एस राजलिंगम को इस बूथ की मतगणना रोकने का निर्देश दिया है. चुनाव आयोग ने निर्देश दिया है कि अगर मतगणना समाप्त होने पर जीत-हार का अंतर उस बूथ पर पड़े मतों के बराबर या कम होगा तो ऐसी स्थिति में उस बूथ के वीवीपैट की पेपर स्लिप के आधार पर गणना की जाएगी. फाजिलनगर विधानसभा सभा क्षेत्र में बरवा राजापाकड़ के 105 नम्बर बूथ पर कुल 1075 मतदाता हैं. वोटिंग समाप्त होने के बाद कुल 594 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. कुशीनगर के जिला निर्वाचन अधिकारी डीएम एस राजलिंगम ने बताया कि चुनाव आयोग के हर निर्देश का पालन कराया जा रहा है. आयोग के निर्देश पर उक्त बूथ की काउंटिंग रोकी गई है. उन्होंने कहा कि आगे आयोग का जैसा निर्देश होगा वैसा किया जायेगा.