कोरबा। शंकर रजक को उसके दोस्त ने दोस्ती में दगा दे दिया। शंकर रजक की बोलेरो लेकर वह फरार हो गया। अब मामले में रिपोर्ट भी दर्ज करा दी गई है। कटघोरा थाना अंतर्गत हुंकरा निवासी शंकर रजक और छुरी निवासी शत्रुघन लाल देवांगन के बीच गहरी दोस्ती थी। इस दोस्ती का बेजा फायदा उठाते हुए शत्रुघन व उसके दो पुत्रों ने दगाबाजी की है। वे बहाने से शंकर रजक के घर पहुंचे थे। जहां शंकर रजक की मां मुलरिया बाई को उन्होंने गुमराह करते हुए बोलेरो की चाबी ले ली। चाबी मिलने के बाद वे शंकर रजक की बोलेरो क्रमांक सीजी 12 एजी 8997 को लेकर फरार हो गए। फर्जी पीपी फार्म में हस्ताक्षर कर वाहन को भी बेच दिया। जेल से रिहा होने के बाद शंकर रजक को इसकी जानकारी हुई तो पुराने पैसे के लेनदेन का हवाला देते हुए गाड़ी बेचने की बात कहीं। शंकर को यह भी जानकारी लगी कि उसका फर्जी हस्ताक्षर कर गाड़ी का रजिस्टे्रशन करा दिया है। उसने परिवहन विभाग से आरटीआई के तहत दस्तावेज निकालकर कटघोरा थाने में प्रमाण सहित शिकायत की। मामले में पुलिस ने शत्रुघन व उसके दोनों पुत्रों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर लिया है।
- ज़िला संवाददाता
- उत्सव कुमार यादव
- कोरबा छत्तीसगढ़