रामायण के राम आदिपुरुष मूवी पर क्या बोले, जानिए

रिलीज के बाद से ही आदिपुरुष विवादों में है। फिल्म को लगातार डायलॉग और वीएफएक्स के लिए क्रिटिसाइज किया जा रहा है। किसी को फिल्म में रावण का लुक नहीं पसंद आया है, तो कई लोगों हनुमान जी की भाषा टपोरियों जैसी लगी है। यहां तक कि कुछ लोग रामायण के सीन्स को गलत तरह से दिखाने का आरोप लगा रहे हैं।

इस बीच आदिपुरुष को लेकर अब रामानंद सागर की रामायण में राम और लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले एक्टर अरुण गोविल और सुनील लहरी का रिएक्शन सामने आया है। उन्होंने आदिपुरुष के मेकर्स पर रामायण को गलत तरह से दिखाने का आरोप लगाया है। साथ ही रामायण में ऐसे शब्दों के इस्तेमाल को शर्मनाक बताया है। विवाद पर अरुण बोले- ‘दर्शकों ने अपनी बात कह दी है। रामायण भारतीय संस्कृति की धरोहर है और अब उसे लेकर जिस तरह से बातें की जा रही हैं, उसे जानकर काफी ठेस पहुंची है। रामायण की मूल भावना और स्वरूप को इस तरह से बदलने की जरूरत नहीं थी।’
अरुण गोविल ने कहा कि रामायण हमारे लिए एक आस्था और भरोसे क विषय है और उसके साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ की जाए, तो यह स्वीकार नहीं किया जा सकता है। फिल्म के स्पेशल इफेक्ट्स और प्रेजेंटेशन की बात अलग है, लेकिन किरदारों को सही तरीके से पेश करना जरूरी है, हालांकि फिल्म को लेकर जो बातें कही जा रही हैं, वो चिंता की बात है।
अरुण ने आगे कहा- ‘राम-सीता-हनुमान को आधुनिकता और पौराणिकता के ढांचे में बांटना गलत है। इस सभी के स्वरूप पहले से तय है, तो उसी स्वरूप को फिल्म में दिखाने में क्या आपत्ति थी? अरुण ने कहा कि आदिपुरुष में रामायण की कहानी को पेश करने से पहले मेकर्स को सोचना था कि वो किस तरह से रामायण को पेश करने जा रहे हैं। रामायण में इस तरह की भाषा का मैं समर्थन नहीं करता और रामायण को हॉलीवुड से प्रेरित होकर कार्टून फिल्म की तरह दिखाना हजम नहीं होता।’
फिल्म के डायलॉग पर जमकर हंगामा हो रहा है। इस बारे में बात करते हुए अरुण ने कहा- ‘इस तरह की भाषा अच्छी नहीं लगती है। ऐसे में रामायण में इस तरह की भाषा का समर्थन नहीं करता हूं। फिर वही बात सामने आती है कि फिल्म से रामायण की मूल भावना हटाने की क्या जरूरत थी? एक्टर ने एक बड़ा सवाल किया और पूछा- अगर मेकर्स ने बच्चों के लिए ये फिल्म बनाई है तो बच्चे से पूछिए क्या उन्हें ये फिल्म पसंद आई है या नहीं?
एक्टर ने ये भी कहा कि फिल्म का पहला टीजर सामने आने के बाद उनके मेकर्स से बात हुई थी। मेकर्स ने उनसे राय मांगी थी और उन्होंने सलाह भी दी थी, जिसके बारे में वह अब बात नहीं करना चाहते हैं। एक्टर ने अफसोस जताते हुए कहा- मुझे समझ नहीं आ रहा है कि मेकर्स ने ये फिल्म क्या सोचकर बनाई है। उन्होंने ये भी कहा कि इनमें एक्टर्स की गलती नहीं होती है, क्योंकि उनका किरदार और लुक मेकर्स ही निर्धारित करते हैं।
रामायण में लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले एक्टर सुनील लहरी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए गुस्सा निकाला। इंस्टाग्राम पर कुछ डायलॉग्स शेयर कर उन्होंने आदिपुरुष के मेकर्स पर निशाना साधा। सुनील लहरी ने लिखा, ‘कहते हैं फिल्म आदिपुरुष रामायण को ध्यान में रखकर बनाई गई है अगर यह सच है तो इस तरह की भाषा का प्रयोग बहुत शर्मनाक है।’