हमारे देश भारत में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार संपत्ति निबंधन और भूमि से जुड़े मामलों है और सबसे अधिक 26 प्रतिशत घूस के मामले इस विभाग से जुड़े हैं. इस बारे में जानकारों का मानना है कि भारत के कई राज्यों में चकबंदी नहीं होने और जमीन के कागजात पुरखों के नाम पर होना इसकी बड़ी वजह है और दूसरी वजह तेजी से संपत्ति की कीमतों में इजाफा होना है। बड़े शहरों से लेकर छोटे शहरों तक में जमीन की धोखाधड़ी से जुड़े मामलों सामने आते रहते हैं।
नगर निगम_
घूस लेने के मामले में नगर निगम भी पीछे नहीं है। घूस के 13 प्रतिशत मामले इसी विभाग से जुड़े हैं। बिहार की राजधानी पटना के रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि वे अपने घर का नक्शा पास कराने के लिए महीनों से कोशिश कर रहे थे लेकिन उसे आज-कल की बात कर महीनों तक कार्यालय का चक्कर लगवाया गया। आखिरकार कर्मचारी को पैसे देने के बाद उसका काम हुआ।
बिजली विभाग_
सर्वे शामिल 3 प्रतिशत लोगों ने बिजली विभाग में घूस देने की बात कही है। प्रीपेड मीटर आने के बाद से इस विभाग में भ्रष्टाचार के मामलों में कमी आई है। लेकिन पैसे लेकर कनेक्शन जोड़ने और काटने का मामला तो चलता रहता है. अभी कुछ एक महीने पहले झारखंड झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के सहायक अभियंता को एंटी करप्शन ब्यूरो ने 20 हजार रुपये घूस लेते हुए गिरफ्तार किया था।
ट्रांसपोर्ट ऑफिस_
सर्वे में शामिल 13 प्रतिशत लोगों ने ट्रांसपोर्ट ऑफिस में घूस देने की बात कही है। इस बारे में जानकार बताते हैं कि ट्रांसपोर्ट विभाग के कर्मचारी हाइवे पर वाहनों को पास देने से लेकर कार्यालय में ड्राइविंग लाइसेंस बनावने तक के काम के लिए घूस लेते हैं. कुछ महिनो पहले उत्तर प्रदेश में प्रदूषण के नाम पर उगाही करने वाला वीडियो वायरल हुआ था। उस वीडियो ने ट्रांसपोर्ट विभाग में खलबली मचा दी थी।
टैक्स डिपार्टमेंट_
सर्वे में शामिल 8 प्रतिशत लोगों ने टैक्स विभाग में घूस देने के बात कही और फिर टैक्स विभाग में घूसखोरी की बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि भ्रष्टाचार के आरोपित टैक्स अधिकारियों के खिलाफ सरकार कार्रवाई करते हुए उन्हें जबरन रिटायर कर रही है।
जल विभाग_
5 प्रतिशत लोगों ने बताया कि उन्होंने जल विभाग में घूस दी है और वहीं 13 प्रतिशत लोगों ने अन्य विभागों में घूस देने की बात कही है।
सर्वेक्षण में शामिल लोग_
‘इंडिया करप्शन सर्वे 2019’ में 20 राज्यों के 248 जिलों के 1,90,000 लोग शामिल हुए. सर्वे के मुताबिक 51 प्रतिशत भारतीयों ने पिछले 12 महीनों में एक बार घूस जरूर दी है।
भारत के राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु, झारखंड और पंजाब इन राज्यों में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार है।दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, पश्चिम बंगाल, केरल, गोवा और ओडिशा में कम भ्रष्टाचार है। भारत भर में वर्ष 2018 के मुकाबले 2019 में भ्रष्टाचार के कुल स्तर में 10 प्रतिशत की कमी आई है।