ख्वाजा पहले टेस्ट में बिना परमिशन के काली पट्‌टी बांधकर उतरे थे

इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने गाजा में छाए मानवीय संकट पर जागरूकता फैलाने की उस्मान ख्वाजा की नई कोशिश नामंजूर कर दी है। काउंसिल ने ख्वाजा की वह अपील खारिज कर दी है, जिसमें वे अपने बल्ले और जूतों पर कबूतर और जैतून की शाखा की छवि प्रदर्शित करना चाहते थे।
लेफ्टी बैटर ने मंगलवार को MCG में पाकिस्तान के खिलाफ 26 दिसंबर से शुरू हो रहे बॉक्सिंग-डे टेस्ट के दौरान अपने बैट और जूतों पर इजराइल-हमास जंग से जुड़े मैसेज लगाने की अनुमति मांगी थी।
सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार, ख्वाजा ऑस्ट्रेलियाई टीम की प्रैक्टिस के दौरान अपने बैट और जूते पर जैतून की शाखा पकड़े हुए काले कबूतर का लोगो पहनकर अभ्यास करने उतरे थे।
लोगो में जैतून की शाखा पकड़े हुए एक कबूतर है। यह मैसेज देता है- सभी मनुष्य स्वतंत्र पैदा हुए हैं और सम्मान और अधिकारों में समान हैं। वे तर्क और विवेक से संपन्न हैं और उन्हें भाईचारे की भावना से एक दूसरे के प्रति कार्य करना चाहिए।
ख्वाजा ने अपने सेफ्टी गियर पर लोगो प्रदर्शित करने से पहले क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर्स एसोसिएशन से जांच भी कराई थी और उन्हें मंजूरी दे दी गई थी, लेकिन टेस्ट मैच के दौरान लोगो प्रदर्शित करने के लिए ICC ने उनकी मांग खारिज कर दी।
ख्वाजा पहले टेस्ट में बिना परमिशन के काली पट्‌टी बांधकर उतरे थे। साथ ही जूतों पर भी मैसेज लिखा था। इस पर ICC ने आपत्ति जताई थी और ख्वाजा को फटकार लगाई थी।