लखनऊ में यूपी एटीएस ने अलकायदा के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है. इस कार्रवाई पर पकड़े सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती ने संदेह जताते हुए पुलिस पर ही सवाल खड़े किए हैं. इस पर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार किया है. केपी मौर्य ने कहा है कि अखिलेश यादव आतंकियों के मुकदमे वापस लेने वालों में से हैं. उन्हें यूपी पुलिस और एटीएस पर भरोसा क्यों होगा. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि कम से कम सपा अध्यक्ष को देश में आतंक फैलाने की कोशिश करने वाले लोगों के समर्थन में इस तरीके के बयान देने से बचना चाहिए. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मायावती और अखिलेश का बयान एटीएस और पुलिस के मनोबल को कमजोर करने वाला है. वोट की राजनीति के लिए तुष्टीकरण की राजनीति नहीं करनी चाहिए.
डिप्टी सीएम ने अखिलेश के बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा की उन्हें एटीएस की बड़ी सफलता और कार्रवाई की सराहना करनी चाहिए. मायावती पर सीधे हमला बोलने के बजाय उन्होने इशारों में कहा कि उन्हें दलीय राजनीति से उठकर देश के लिए सोचना चाहिए. मौर्य ने कहा कि अपराधी या आतंकी के बारे में जब भी एटीएस या एजेंसियों को पता चलेगा, वे पाताल से भी निकाल लाएंगी और उन पर कड़ी कार्रवाई होगी.
गौरतलब है कि यूपी एटीएस ने रविवार को लखनऊ से अलकायदा के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया, जिसको लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी पुलिस और भाजपा सरकार पर उन्हें यकीन नहीं है. वहीं सोमवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी घटना पर ट्वीट कर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि अगर यह कार्रवाई वास्तविक है तो जांच और सुरक्षा एजेंसियों पर सवाल खड़ा होता है. चुनाव नजदीक है, उस समय कार्रवाई की गई है, जिसकी वजह से तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं.