उत्तर प्रदेश में नई सरकार की नई टीम गुरुवार को होने वाली विधायक दल की बैठक से दो दिन पहले तैयार कर ली जाएगी। मंत्रियों की सूची पर सोमवार और मंगलवार को विस्तार से चर्चा होगी। योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को 45 से 48 मंत्रियों के साथ शपथ लेंगे। नई टीम में हर जाति के साथ ही हर क्षेत्र को प्रतिनिधित्व मिलेगा।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि योगी सरकार की नई टीम पर 16 मार्च को मैराथन बैठक के बाद एक विस्तृत सूची तैयार कर ली गई है। करीब 60 नामों की विस्तृत सूची में फिलहाल नए मंत्रिमंडल का एक खाका खींचा गया है। इसे शॉर्टलिस्ट करने का काम बाकी है। उत्तर प्रदेश में नई सरकार की नई टीम गुरुवार को होने वाली विधायक दल की बैठक से दो दिन पहले तैयार कर ली जाएगी। मंत्रियों की सूची पर मंगलवार को विस्तार से चर्चा होगी। योगी आदित्यनाथ शुक्त्रस्वार को 45 से 48 मंत्रियों के साथ शपथ लेंगे। नई टीम में हर जाति के साथ ही हर क्षेत्र को प्रतिनिधित्व मिलेगा।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि योगी सरकार की नई टीम पर 16 मार्च को मैराथन बैठक के बाद एक विस्तृत सूची तैयार कर ली गई है। करीब 60 नामों की विस्तृत सूची में फिलहाल नए मंत्रिमंडल का एक खाका खींचा गया है। इसे शॉर्टलिस्ट करने का काम बाकी है। अगले दो दिनों में सिलसिलेवार चर्चा कर इनमें से करीब15 नाम कम किए जाएंगे। विस्तृत सूची में खासतौर से ओबीसी से जुड़े करीब-करीब हर जाति का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया गया है। इसके अलावा कोशिश यह भी है कि पहली ही सूची में सभी क्षेत्रों को भी सरकार में प्रतिनिधित्व मिल जाए।
10 मार्च को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के घोषित नतीजों ने उस समय लोगों को चौंका दिया जब सिराथू सीट से प्रदेश के डेप्युटी सीएम और बीजेपी के वरिष्ठ नेता केशव प्रसाद मौर्य को अपना दल (सोनेलाल) की पल्लवी पटेल ने चुनाव हरा दिया। इसके बाद से ही यह कयास लगने लगे थे कि हारे हुए केशव मौर्य को बीजेपी दोबारा डेप्युटी सीएम बनाएगी या नहीं? पिछली सरकार में योगी आदित्यनाथ से केशव मौर्य के संबंधों को लेकर भी तमाम तरह के सवाल उठते रहे हैं।
इस बीच उत्तराखंड में बीजेपी ने पुष्कर सिंह धामी को दोबारा प्रदेश का सीएम बनाने का ऐलान किया है। धामी भी अपनी सीट से चुनाव हार गए थे। ऐसे में पड़ोसी राज्य में भगवा पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के फैसले ने यूपी में बीजेपी के प्रमुख ओबीसी नेता मौर्य के डेप्युटी सीएम बनने का रास्ता साफ किया है। चर्चा है कि उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह को भी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। उनकी जगह पर नए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति की जानी है।