केजरीवाल बनाम कौन? 57 उम्मीदवारों की लिस्ट में BJP ने नहीं किया खुलासा

 आम आदमी पार्टी (AAP)के उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने के बाद शुक्रवार को बीजेपी (BJP) ने भी 57 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। लेकिन अब तक बीजेपी की ओर से इस बात का खुलासा नहीं किया गया है कि केजरीवाल को टक्कर देने के लिए वो किसे मैदान में उतारने वाली है।

बीजेपी ने जहां अब तक अपने मुख्यमंत्री चेहरे का खुलासा नहीं किया है वहीं नई दिल्ली से भी सीएम केजरीवाल के खिलाफ वो किसे उतार रहे हैं इस बात का खुलासा भी अब तक नहीं किया गया है।

बीजेपी की 57 उम्मीदवारों की सूची में 31 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्हें पार्टी ने 2015 में चुनाव लड़ाया था और मात्र 3 ही जीत दर्ज कर सके थे। पार्टी ने 26 उम्मीदवारेां के नाम बदल दिए हैं। इसमें कांग्रेस से बीजेपी में आए सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू, आम आदमी पार्टी से आए कपिल मिश्रा, अनिल वाजपेयी को स्थान मिला, लेकिन आप नेता कर्नल देवेंद्र सिंह सहरावत, शाजिया इल्मी को पहली सूची में स्थान नहीं मिल सका।अरविंद केजरीवाल के सामने नई दिल्ली से कोई चेहरा अभी तक तय नहीं हो सका है।

किसी मुस्लिम को नहीं मिला टिकट
वहीं बीजेपी ने किसी मुस्लिम को इस बार नहीं उतारा है। वर्ष 2015 के चुनाव में पार्टी ने हरियाणा चुनाव को देखते हुए रणनीति बनाई थी और तब जाट उम्मीदवारों को तरजीह दी थी और वह इस बार भी दिखाई दिया। तब महिलाओं की संख्या 8 थी और 9 वैश्य प्रत्याशी उतारे गए थे, जबकि गुर्जर नेताओं की संख्या भी 8 थी और 7 पंजाबी उम्मीदवार उतारे गए थे। इस बार 4 महिलाएं हैं तो वहीं जाट प्रत्याशियों की संख्या 8 है, पंजाबी, पूर्वांचली, ब्राह्मण 6-6 उम्मीदवार उतारे गए हैं।

वाल्मीकि समाज को भी तरजीह
पार्टी ने इस बार वैश्य समाज को 7 टिकट दिए गए हैं, जबकि गुर्जर उम्मीदवारों की संख्या 5 है। भाजपा ने आम आदमी पार्टी को तोडऩे के लिए वाल्मीकि समाज की ओर विशेष कदम बढ़ाया है और 4 उम्मीदवार उतारे हैं। वहीं जाटव मतदाताओं को ध्यान में रखते हुए 3 उम्मीदवार दिए हैं, जबकि उत्तराखंड, बंजारा समाज, रैगर, खटीक समाज, कश्यप समाज के एक एक उम्मीदवार उतारे हैं। वहीं ठाकुर उम्मीदवारों की बात करें तो एक राजपूत हैं तो दूसरे उम्मीदवार पूर्वांचल ठाकुर हैं।

इन विधानसभा क्षेत्रों से उम्मीदवार नहीं उतारे गए
जिन विधानसभा क्षेत्रों से उम्मीदवार अभी नहीं उतारे गए हैं उसमें बुराड़ी, कस्तूरबा नगर, दिल्ली छावनी, महरौली, नई दिल्ली, नांगलोई जाट, हरी नगर, राजौरी गार्डन, संगम विहार, कालकाजी, कृष्णा नगर, शाहदरा, सीमापुरी, शाहदरा में उम्मीदवार अभी नहीं उतारे गए हैं। इन क्षेत्रों में हरी नगर, राजौरी गार्डन, कालकाजी, कृष्णा नगर, शाहदरा क्षेत्र ऐसे हैं जहां अकाली दल से गठबंधन की संभावना है।