केजरीवाल बोले- इस दर्दनाक मौत की भरपाई नहीं, अंजलि के परिवार को ₹10 लाख मिलेंगे

दिल्ली के कंझावला हादसे में जान गंवाने वाली अंजलि के परिवार को 10 लाख रुपए मिलेंगे। शुक्रवार शाम दिल्ली सरकार ने इस सहायता राशि को मंजूरी दी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अंजलि की दर्दनाक मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया। इसकी भरपाई नहीं की जा सकती।
उधर, छठे आरोपी आशुतोष की गिरफ्तारी के बाद सातवें आरोपी अंकुश खन्ना ने सुल्तानपुरी थाने में सरेंडर कर दिया। अब सभी आरोपी पुलिस हिरासत में हैं। इनसे पूछताछ की जा रही है।
हादसे से पहले के दो वीडियो शुक्रवार शाम को सामने आए। मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि पहले वीडियो में एक लड़का स्कूटी चलाता दिख रहा है, पीछे निधि और अंजलि बैठी हैं। यह लड़का इन्हें गली के बाहर छोड़ देता है। अंजलि के हाथ में मोबाइल है और वो कुछ देर लड़के से बात भी करती है।

वहीं, दूसरे वीडियो में गली से निकलकर अंजलि और निधि आती दिख रही हैं, लेकिन अब लड़का साथ में नहीं है। अंजलि और निधि एक साथ जाती दिख रही हैं। निधि पीछे बैठी है, जबकि अंजलि स्कूटी चला रही है।
उधर, पुलिस के हवाले से शुक्रवार को मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि अंजलि को घसीटने के दौरान कार में 5 नहीं 4 आरोपी मौजूद थे। दीपक नाम का आरोपी घर में था, लेकिन उसने शुरुआती जांच में पुलिस को बताया कि कार वह चला रहा था।

पुलिस के मुताबिक कार चलाने वाले आरोपी का नाम अमित है और उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है। गाड़ी से अंजलि का एक्सीडेंट होता है। इसके बाद वह अपने दोस्त दीपक के पास पहुंचकर सारी घटना बताता है। लाइसेंस न होने की बात सुनकर दीपक गाड़ी चलाने की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले लेता है। इस बीच दिल्ली पुलिस हादसे की चश्मदीद निधि से आज पूछताछ कर रही है। उसे सुबह घर से हेडक्वार्टर ले जाया गया।
पुलिस ने 1 जनवरी को मनोज मित्तल, अमित खन्ना, कृष्ण, मिथुन और दीपक खन्ना को गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने इन्हें पुलिस कस्टडी में भेज दिया। पुलिस ने चार दिन की जांच के बाद 5 जनवरी को बताया कि इस केस में दो और लोग शामिल हैं। इनका नाम अंकुश खन्ना और आशुतोष हैं। आशुतोष को गिरफ्तार कर लिया गया। सातवां आरोपी अंकुश खन्ना अभी फरार है।
अब पुलिस कह रही है कि घटना वाली रात को कार में 4 लोग मनोज मित्तल, अमित खन्ना, कृष्ण और मिथुन थे।
शुक्रवार शाम सातवें आरोपी अंकुश खन्ना ने दिल्ली के सुल्तानपुरी थाने में सरेंडर कर दिया।
पुलिस ने मामले की गवाह निधि को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया है।
पांचों आरोपियों का शुक्रवार की रात को संजय गांधी मेडिकल कॉलेज में मेडिकल टेस्ट किया गया।
दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने गुरुवार को 5 आरोपियों की पुलिस कस्टडी 4 दिन के लिए बढ़ा दी है।
31 दिसंबर की रात के 3 और वीडियो पिछले 24 घंटे में सामने आए हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि पुलिस को वारदात रूट के 23 वीडियो मिले हैं। इन्हीं को आधार बनाकर आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
तीनों वीडियो 31 दिसबंर की रात के हैं। पहला फुटेज- निधि के घर का है। जब वह घर पहुंची थी। दूसरे में वह घर लौट रही है। तीसरे में आरोपियों की कार के पीछे पुलिस वैन निकली थी।
अब तक के घटनाक्रम को ऐसे समझिए…
रात करीब 1.30 बजे कंझावला इलाके में यह हादसा होता है। पुलिस के मुताबिक, अंजलि स्कूटी से घर लौट रही थी। कार सवार 5 युवकों ने टक्कर मार दी थी। हादसे के बाद युवक कार लेकर भाग निकले। अंजलि कार के नीचे फंसी रही। उसे 12 किमी तक घसीटा गया। पहले 4 किमी घसीटने की बात सामने आई थी। निधि हादसे के बाद मौके से भाग गई और घर पहुंच गई थी।पुलिस ने इस मामले में पांचों आरोपी मनोज मित्तल, दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण और मिथुन को गिरफ्तार कर लिया। कार भी जब्त कर ली। DCP हरेन्द्र सिंह ने बताया कि शनिवार-रविवार की दरमियानी रात करीब 3 बजे पुलिस को खबर मिली कि कंझावला इलाके में एक लड़की सड़क किनारे बिना कपड़ों के पड़ी है। खबर मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो लड़की का शव पड़ा मिला।सोमवार को सुल्तानपुर से कंझावला इलाके का एक CCTV फुटेज सामने आया। इसमें युवती को कार के नीचे घिसटते देखा जा सकता है। इसके बाद आम आदमी पार्टी ( AAP) ने प्रदर्शन किया। CM अरविंद केजरीवाल ने सख्त से सख्त सजा देने की मांग की।
पीड़ित का परिवार: मां का कहना था कि वह बहुत सारे कपड़े पहने थी, लेकिन जब उसकी बॉडी मिली तो वह पूरी तरह नेकेड थी। एक भी कपड़ा नहीं था। ये कैसा एक्सीडेंट है?
मंगलवार को इस मामले में निधि नाम की लड़की की एंट्री हुई। अंजलि और निधि का 31 दिसंबर की रात का एक फुटेज मिला। यह OYO होटल के सामने का था। इसमें दोनों स्कूटी के पास बात करती देखी जा सकती हैं। इसके बाद दोनों स्कूटी से घर के लिए निकल जाती हैं।

छानबीन में सामने आया है कि अंजलि निधि के साथ न्यू-ईयर पार्टी करने होटल गई थी। होटल के मैनेजर ने पुलिस को बताया है कि लड़कियों की किसी बात पर दोस्तों से लड़ाई हो गई थी, बाद में उनकी आपस में भी लड़ाई हुई और फिर होटल स्टाफ ने उन्हें जाने के लिए कहा था।

निधि ने दावा किया, “अंजलि बहुत नशे की हालत में थी। मैंने उसे कहा था कि मुझे स्कूटी चलाने दे लेकिन उसने मुझे स्कूटी चलाने नहीं दी। कार से टक्कर हुई उसके बाद मैं एक तरफ गिर गई और वो कार के नीचे आ गई, उसके बाद गाड़ी के नीचे वह किसी चीज में अटक गई। उसे गाड़ी घसीटते हुए ले गई। मैं डर गई थी इसलिए मैं वहां से चली गई और किसी को कुछ नहीं बताया।”
उधर, दोपहर तक अंजलि की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में रेप न होने की पुष्टि होती है। इसमें उसके शरीर पर 40 जख्मों के निशान मिलने की बात सामने आती है।
अंजलि की मां ने शक जाहिर किया है कि खुद को अंजलि की दोस्त बता रही निधि भी इसमें शामिल हो सकती है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया मृतका की मां से मिलने उनके घर पहुंचे। उन्होंने 10 लाख रुपए देने का ऐलान किया।

फोरेंसिक रिपोर्ट सामने आई। इसमें कार के अंदर अंजलि के होने का कोई सबूत नहीं मिला है। इसमें बताया गया कि अंजलि कार के फ्रंट लेफ्ट टायर में फंसी थी, क्योंकि इसी टायर के पीछे ज्यादातर खून के धब्बे पाए गए हैं। कार के नीचे दूसरे हिस्सों में भी खून के धब्बे मिले हैं। निर्भया की मां आशा देवी ने अंजलि के परिवार से मुलाकात की।पुलिस ने 5 जनवरी को 3 बड़े खुलासे किए। पहला- आरोपी 5 नहीं, बल्कि 7 हैं। दूसरा- आरोपियों का मृतक लड़की अंजलि और चश्मदीद निधि के साथ पुराना कनेक्शन नहीं है। तीसरा- जो लड़का कार चला रहा था, उसका नाम अमित है। उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है।
इसके अलावा पुलिस ने बताया कि आरोपियों को पता था कि लड़की कार के नीचे फंसी है। इसके बाद भी वे गाड़ी चलाते रहे। हादसा 31 दिसंबर की रात को 2 बजकर 4 मिनट से 2 बजकर 6 मिनट के बीच हुआ। अंजलि का मोबाइल अभी तक नहीं मिल पाया है।कंझावला में 20 साल की अंजलि को कार से घसीटकर मारने के आरोपियों के घर ताले लटके हैं। पड़ोसियों से बात करने पर पता चला कि चार आरोपियों का झगड़े या शराब पीकर हंगामा करने का रिकॉर्ड नहीं है। बस मनोज मित्तल के बारे में एक पड़ोसी ने बताया कि वह सट्टे का काम करता था। पढ़ें पूरी खबर..
जोमैटो डिलीवरी बॉय विकास मेहरा कंझावला कांड के चश्मदीद गवाहों में से एक हैं। विकास बताते हैं- ‘मुझे कार के नीचे लड़की का सिर नजर आया, उसकी पूरी बॉडी कार के नीचे घिसट रही थी। मेरी तो जान ही निकल गई। वो गाड़ी मुझसे भी टकराने वाली थी, लेकिन स्पीड बढ़ाकर मुझसे आगे निकल गई।’