केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने रविवार को कहा कि अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को समाप्त किए जाने के बाद हिरासत में लिए गए कश्मीरी नेताओं को 18 महीने से ज्यादा हिरासत बनाकर नहीं रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि नेताओं को गिरफ्तार नहीं किया गया है। सिंह ने कहा, नेताओं को वीआईपी बंगलों में रखा गया है। हम उन्हें हॉलीवुड सिनेमा की सीडी दे रहे हैं। जिम की सुविधा भी दे रहे हैं। वे लोग नजरबंद नहीं किए गए हैं। वे लोग हाउस गेस्ट हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि जम्मू-कश्मीर के नेताओं को 18 महीने से ज्यादा वक्त के लिए हिरासत में नहीं रखा जाएगा। सिंह ने यह कहा पीओके भारत का है तथा केन्द्र जम्मू-कश्मीर की सीमा को बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध है।
अनंतनाग में लोगों से मिले आजाद
उच्चतम न्यायालय से अनुमति मिलने के बाद कश्मीर की तीन दिन की यात्रा पर आए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने रविवार को दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग जिले का दौरा किया। वहां एक सरकारी आवासीय कॉलोनी में लोगों से मुलाकात की। कांग्रेस के एक नेता ने कहा, आजाद को डाक बंगला में लोगों से मिलना था, जिसे जेल घोषित कर दिया गया है। पर अधिकारियों से अनुमति नहीं मिलने के कारण जगह में बदलाव करना पड़ा।
अखंडता की रक्षा करना उद्देश्य : गौड़ा
वहीं दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री डी. वी. सदानंद गौड़ा ने मेंगलुरु में कहा कि भाजपा का मुख्य उद्देश्य देश की अखंडता की रक्षा करना है। उन्होंने कहा कि पार्टी के विकासपरक एजेंडे के कारण ही संविधान के अनुच्छेद 370 और 35ए के तहत जम्मू-कश्मीर को मिले विशेष दर्जे को हटाए जाने का फैसला लिया गया। उन्होंने कहा कि पार्टी ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले दोनों अनुच्छेदों को खत्म कराने के लिए बहुत पहले से प्रक्रिया शुरू कर दी थी।