बीते कुछ दिनों में बॉलीवुड में कई एरियल एक्शन फिल्मों की अनाउंसमेंट हुई है। इसकी शुरुआत कंगना रनोट स्टारर तेजस से हुई है। आगे ऋतिक रोशन स्टारर ‘फाइटर’ और अक्षय कुमार की ‘स्काईफोर्स’ आने वाली हैं। तेजस 27 नवंबर को रिलीज हुई है। इसमें कंगना रनोट एयरफोर्स पायलट के रोल में हैं। इसके डायरेक्टर सर्वेश मेवाड़ा हैं। भास्कर से उन्होंने इस फिल्म की मेकिंग और चुनौतियों पर बात की…
जी हां। मैं साल 2006 में बॉलीवुड में आया था। मैं सुभाष घई के स्कूल व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल के फर्स्ट बैच का स्टूडेंट रहा हूं। तब से लेकर अब तक मैं बतौर राइटर-डायरेक्टर अलग-अलग प्रोडक्शन हाउस में काम कर रहा था। मैंने कभी किसी को असिस्ट नहीं किया।
सच कहूं तो मैं बहुत ही गंदा असिस्टेंट हूं। शुरू से ही मेरा स्ट्रॉन्ग पॉइंट राइटिंग रहा है तो सोचा कि मेरा राइटर-डायरेक्टर बनना ही बेहतर होगा। फैमिली का पूरा सपोर्ट मिला। उन्होंने कभी एहसास नहीं होने दिया कि मैं स्ट्रग्ल कर रहा हूं ।
रॉनी स्क्रूवाला के साथ काम करता रहा हूं। एक दिन वहां एसोसिएट सलोनी जी ने बताया कि हमें एक फीमेल एयरक्राफ्ट फाइटर पर फिल्म बनानी है। अब मेरा बचपन असम में बीता है और वहां पर मैं आर्मी स्कूल में था। एयरफोर्स स्कूल में पढ़ता था। तो अपने आसपास मैंने वैसा कल्चर देखा है। तो इस तरह से तेजस की शुरुआत हुई।
मुझे ऐसे एक्टर की तलाश थी, जो उम्दा कलाकार होने के साथ-साथ देशभक्त भी हो। कंगना में वो दोनों ही चीजे हैं। वो सही कॉम्बो साबित हुईं। उन्होंने जो सुर पकड़ा, उससे सब काफी प्रेरित हैं। फिल्म में वो जिस बदले हुए अंदाज में ‘भारत को छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं’ बोलती हैं, उसे सुनकर कई लोग तो पहचान नहीं पाए कि आवाज कंगना की है। हमने जो लिखा था उसे 100 गुना बेहतर परफाॅर्म किया कंगना ने।
हमने रिसर्च करके तेजस का पूरा कॉकपिट बनाया। पूरा एयरक्राफ्ट बनाया और फिर उस पर VFX वर्क हुआ। हमने तेजस बनाकर IAF ऑफिसर्स को दिखाया भी और उनसे फीडबैक भी लिया। इससे इसकी ऑथेंटिसिटी और बढ़ गई। आप यकीन नहीं मानेंगे कि जब लखनऊ में इसके सेट पर था तब कई पायलेट्स हमसे मिलने आए थे। उन्होंने कहा कि यह बहुत बढ़िया बना है। कोई कह नहीं सकता कि यह असली एयरक्राफ्ट नहीं है। यह मेरी पूरी टीम के लिए बहुत बड़ा कॉम्पलीमेंट था। खास तौर पर अमित दा और सुबु दा के लिए जो इसमें आर्ट डायरेक्टर और प्रोडक्शन डिजाइनर हैं। हमने इसे करीबन 2 से 3 महीने में तैयार किया था।
लगभग 60 से 68 दिनों में हमने इसे राजस्थान, मुंबई, अंडमान और यूपी में शूट किया। जब हम इसकी शूटिंग कर रहे थे तब कोविड चल रहा था। उसके चलते हम अब्रॉड भी नहीं जा सके। पूरी फिल्म इंडिया में ही शूट की। अमूमन ऐसे जॉनर की फिल्मों में बाहर से टेक्निकल टीम आती है। जो ‘मिशन इंपॉसिबल’ या ‘टॉप गन मेवरिक’ जैसी फिल्मों में काम कर चुकी हो। मगर कोविड के चलते वह टीम यहां हायर नहीं हुई। हमारे प्रोडक्शन डिजाइनर से लेकर बाकी क्रू मेंबर सब इंडिया से रहे। यह असल मायनों में मेक इन इंडिया फिल्म है।
मैं तो बस इतना चाहता हूं कि लोग मेरी फिल्म पसंद करें। बाकी तो मैं चाहता हूं कि तेजस के बाद आने वाली सारी एरियल एक्शन फिल्में चलें। स्काई फोर्स भी चले और फाइटर भी चले। सबकी फिल्में सबको अच्छी लगें। सबने अपने-अपनी जगह मेहनत की है।